माध्यमिक शिक्षा उन्नत समाज का आधार तो उच्चशिक्षा प्रगति का इंजन
उत्तराखंड राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की ओर से ऑनलाइन प्रांत स्तरीय प्रांत स्तरीय कार्यक्रम हुआ।
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : उत्तराखंड राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की ओर से ऑनलाइन प्रांत स्तरीय गुरु वंदन पखवाड़ा आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में गुरु के कर्तव्यबोध व उसके दायित्व पर विस्तार से चर्चा की गई। कहा गया कि शिक्षा के क्षेत्र में स्वायता व आत्मनिर्भरता महत्वपूर्ण है। देश व समाज की प्रगति में शिक्षा के महत्व को भी रेखांकित किया गया।
इस मौके पर प्रांतीय महामंत्री डॉ. अनिल नौटियाल ने बताया कि राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के चार प्रायोजित कार्यक्रमों में गुरु वंदन कार्यक्रम एक आवश्यक रूप से मनाए जाने वाला कार्यक्रम है। डॉ. नौटियाल ने बताया कि प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा यदि उन्नत समाज का आधार है तो उच्च शिक्षा देश की आíथक व सामाजिक प्रगति का इंजन है। डॉ. शंकर चरण त्रिपाठी ने शिक्षक के तीन आयामों आचार्य, उपाध्याय तथा गुरु की विस्तृत रूप से चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि आचार्य आचरण से शिक्षा देता है तो गुरु शिक्षक का उच्चतम स्तर है। प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष प्रो. प्रशांत सिंह ने जानकारी दी की संगठन, गुरु वंदन कार्यक्रम के शुभ अवसर पर राज्य स्तरीय निबंध प्रतियोगिता की योजना बना रहा है जिसमें तीन मुख्य विषय होंगे, पूर्ण गुरु की पहचान क्या? हमारे जीवन में गुरु का महत्व क्या? तथा कबीर के संदर्भ में गुरु शिष्य परंपरा। महासंघ के माध्यमिक संवर्ग के कुमाऊं मंडल के अध्यक्ष कुलवंत सिंह बल द्वारा गुरु के कर्तव्य बोध व दायित्व पर विस्तृत चर्चा की गई। कहा कि बच्चों में शिक्षा के साथ ही नैतिक मूल्यों का उत्तरोत्तर विकास हो इस दिशा में संगठन की ओर से लगातार चितन मनन किया जा रहा है। कार्यक्रम में प्रदेश के सह संगठन मंत्री शिवनारायण ने भी एक ²ष्टांत देकर गुरु की महिमा पर अपना वक्तव्य दिया। अध्यक्षता प्रांतीय अध्यक्ष प्रोफेसर वीपी पांडे तथा संचालन राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रांतीय महामंत्री डॉ.अनिल नौटियाल के द्वारा किया गया। इस अवसर पर डॉ. संकर्षण त्रिपाठी, डॉ. पारुल दीक्षित, संजय सैनी, डॉ.जगदीश प्रसाद पांडे, बसंत बल्लभ जोशी आदि ने अपने विचार रखे।