पुरानी पेंशन बहाली तक संघर्ष जारी रखने का संकल्प
उत्तराखंड कार्मिक एकता मंच की बैठक में कर्मचारियों की लंबित समस्याओं को लेकर संघर्ष जारी रखने की बात कही।
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : उत्तराखंड कार्मिक एकता मंच की बैठक में कर्मचारियों की लंबित समस्याओं पर मंथन किया गया। साथ ही प्रदेश स्तरीय तदर्थ कार्यकारिणी का गठन किया गया। जल्द ही संगठन का पंजीकरण कराने का निर्णय लिया गया।
यहां नगर पालिका के सभागार में शनिवार को हुई बैठक में बेसिक से एलटी समायोजित शिक्षकों को चयन व प्रोन्नत वेतनमान का लाभ दिए जाने, 2014 व 2019 की सेवा नियमावली को संशोधित किए जाने, बिना कार्मिकों की सहमति के एक दिन का वेतन काटने तथा डीए फ्रीज किए जाने पर भी रोष जताया गया। तबादला एक्ट में सुगम-दुर्गम के लिए बनाए गए कोटिकरण को तत्काल निरस्त कर 60-40 का अनुपात निर्धारित किया जाने, शिक्षकों के 17140 की वेतन रिकवरी पर तत्काल रोक लगाए जाने की मांग की गई। सर्वसम्मति से तय किया गया कि मंच की ओर से सामूहिक हितों से जुड़े मुद्दों के प्रभावी समाधान के लिए एक मांग पत्र तैयार किया जाएगा। साथ ही विभिन्न विभागों में जनजागरण अभियान चलाने का निर्णय भी लिया गया। इस मौके पर पुरानी पेंशन योजना को बहाल किए जाने को लेकर भी संघर्ष जारी रखने का निर्णय लिया गया।
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रमेश अध्यक्ष व दिगंबर बने प्रांतीय सचिव
बैठक में समस्याओं पर मंथन के बाद मंच की राज्य स्तरीय तदर्थ कार्यकारिणी का भी गठन किया गया। जिसमें पंकज कांडपाल संरक्षक, रमेश पांडे अध्यक्ष, दिगंबर फुलोरिया सचिव, धीरेंद्र कुमार पाठक वरिष्ठ उपाध्यक्ष, दीपशिखा मेलकानी, सीएस नैनवाल उपाध्यक्ष, पुष्कर सिंह भैसोड़ा संयुक्त सचिव, तारा सिंह बिष्ट व प्रदीप वर्मा संगठन मंत्री, गणेश पाठक कोषाध्यक्ष, पूरन चंद्र पांडे सांस्कृतिक मंत्री, पूरन सिंह अल्मियां प्रचार मंत्री, रमेश पांडे मीडिया प्रभारी तथा राम सिंह गैड़ा, हेम चंद्र त्रिपाठी तथा पीसी जोशी कार्यकारिणी सदस्य चुने गए।