आपदा राहत कार्य शुरू न होने से ग्रामीणों में आक्रोश
संस चौखुटिया विकासखंड अंतर्गत तड़ागताल के भैंसियागाड़ में आई दैवीय आपदा को ग्यारह दि
संस, चौखुटिया: विकासखंड अंतर्गत तड़ागताल के भैंसियागाड़ में आई दैवीय आपदा को ग्यारह दिन बीत गए हैं, लेकिन अभी तक किसी प्रकार के राहत कार्य शुरू न होने व प्रभावित परिवारों को मदद न मिलने से ग्रामीणों में गुस्सा है। उनका कहना है कि राहत कार्य शुरू न होने से बरसात में आधा दर्जन से अधिक मकानों को खतरा बना है। बुधवार को ग्रामीणों की ओर से रूद्र सिंह ने तहसील के माध्यम से डीएम को भेजे ज्ञापन में आपदा से उत्पन्न हुई परेशानियों से निजात न मिलने पर भूख हड़ताल की शुरू करने की चेतावनी दी है।
ज्ञापन में कहा गया है कि बीते दो जून को बादल फटने से उफन आए भैंसियागाड़ गधेरे से भैंसियागाड़ गांव में कई मकानों, कृषि जमीन, गांव के पैदल रास्तों व पेयजल योजना को नुकसान पहुंचा है तथा कई मकान गधेरे की जद में हैं। लेकिन आज तक गांव में न तो राहत कार्य किए गए, नहीं नुकसान की भरपाई के लिए कोई पहल हो पाई है। पेयजल योजना ध्वस्त हो जाने से ग्रामीणों को दो किमी दूर से पानी लाना पड़ रहा है। गांव में चलने के लिए रास्ते भी नहीं रह गए हैं।
ग्रामीणों की शिकायत है कि तहसीलदार व बीडीओ के अलावा गांव में कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा है। इधर ग्रामीणों ने विधायक पर सड़क निर्माण को लेकर वादाखिलाफी का भी आरोप लगाया है। ज्ञापन में शीघ्र स्थलीय मौका मुआयना कर राहत कार्य शुरू करने एवं लोगों को परेशानियों से निजात दिलाने की मांग की गई है। एक सप्ताह के भीतर समस्याओं का निदान न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
--------------- इन परिवारों के मकान खतरे की जद में
बीते दो जून को भैंसियागाड़ में आई आपदा से रणजीत सिंह, नंदन सिंह, गोपाल सिंह, रूद्र सिंह व हिम्मत सिंह के मकान व गोशाला को बरसात से खतरा बना है तथा लोग भयभीत हैं। उनका कहना है कि गधेरे में पड़े मलबे को हटाने से समस्या से निजात मिल सकता है। इसलिए जेसीबी मशीन लगाकर गधेरे को गहरा किया जाए।