सिंचाई का पानी न मिलने से काश्तकारों में आक्रोश
अबकी बरसात के सीजन में बारिश न होने से गेवाड़ घाटी में सिंचाई संकट उत्पन्न हो गया है।
चौखुटिया, जेएनएन: अबकी बरसात के सीजन में बारिश न होने से गेवाड़ घाटी में सिंचाई संकट उत्पन्न हो गया है। कुछ स्थानों पर तो धान की फसल सूखने के कगार पर है। कई नहरों की हालत ठीक न होने से यह समस्या और गहरा गई है। ऐसी ही कुछ हालत रामगंगा बायीं नहर की है। सींच के लिए पानी न मिलने से भगोती-जेठुवा के काश्तकारों में आक्रोश है। गुस्साए लोगों ने शनिवार को परिसर में सांकेतिक धरना दिया एवं तहसीलदार से वार्ता कर उन्हें ज्ञापन सौंपा।
बार-बार कहने के बाद भी सिंचाई की सही व्यवस्था न होने से नाराज भगोती क्षेत्र के काश्तकार प्रधान पुष्पा जोशी व क्षेत्र पंचायत सदस्य चंदन सिंह बिष्ट के नेतृत्व में तहसील कार्यालय में आ धमके तथा सांकेतिक धरना देकर अधिकारियों तक अपनी आवाज पहुंचाई। बाद में समस्या को लेकर तहसीलदार सतीश के साथ बथ्र्वाल से वार्ता की एवं ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधियों का कहना था कि मरम्मत कार्य व सुधारीकरण के नाम पर करोड़ों रूपये व्यय करने के बाद भी नहर की हालत नहीं सुधर पाई है। इससे भगोती व आसपास के इलाकों में में धान रोपाई के बाद आज तक काश्तकारों को सिंचाई का पानी नहीं मिल पाया है। नतीजा धान की फसल सूख रही है। जल्द ही सिंचाई की समुचित व्यवस्था न होने पर आंदेालन की चेतावनी दी गई है। इस दौरान पटलगांव में पेयजल वितरण की समस्या को भी उठाया गया। कार्यक्रम में पुष्पा देवी जोशी, चंदन सिंह बिष्ट, पूर्व प्रधान हरीश आर्य, गणेश जोशी, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष विनोद कुमार, कृपाल सिंह व विनोद जोशी आदि ने भागीदारी की।