गोल्डन कार्ड न बनने से पेंशनधारियों में आक्रोश
लंबित समस्याओं का समाधान न होने से गवर्नमेंट पेंशन भोगियों का आक्रोश थमने का नाम नही ले रहा है।
संवाद सहयोगी, द्वाराहाट : लंबित समस्याओं का समाधान न होने से गवर्नमेंट पेंशन भोगियों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। पेंशनभोगियों ने गोल्डन कार्ड न बनने पर तहसील मुख्यालय में धरना देकर प्रदर्शन किया। वक्ताओं ने कहा कि स्वास्थ्य योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनाने की व्यवस्था तो नहीं दी गई मगर अंशदान कटौती यथावत रखकर शासन प्रशासन पेंशनधारियों की उपेक्षा कर रहा है। एक स्वर में स्वास्थ्य योजना को तत्काल स्थगित करने की मांग की।
उपेक्षा से आहत गवर्नमेंट पेंशनर्स वेलफेयर ऑर्गनाइजेशन के सदस्य गुरुवार को तहसील मुख्यालय में एकत्र हुए। गोल्डन कार्ड न बनने पर नारेबाजी कर धरना दिया। वक्ताओं ने कहा कि स्वास्थ्य योजना के तहत उनके गोल्डन कार्ड तो नहीं बनाए लेकिन सेवारत कर्मियों के बराबर अंशदान लेकर उनकी उपेक्षा की जा रही है। कहा गोल्डन कार्ड बनाने की अंतिम तिथि निकट आने वाली है मगर पेंशनधारियों को इसका लाभ नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने अस्पतालों में ओपीडी के दौरान कैशलैश का विरोध करते हुए उपचार व्यय की प्रक्रिया को सरल किए जाने तथा अंशदान कटौती को स्थगित करने की पुरजोर मांग की। कहा कि सरकार मांगों पर विचार करे और बेहतर रास्ता निकाले । जिससे पेंशनर्स राहत महसूस कर सके। बाद में एसडीएम आरके पांडे के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजा। इस दौरान संगठन अध्यक्ष केपीएस अधिकारी, ओपी हर्बोला, केएस भंडारी, खीमानंद काडपाल, नर सिंह रौतेला, दर्शन मठपाल, पीएस मेहरा, प्रताप राम, रमेश चंद्र पंत, चंदन सिंह अधिकारी, बचे सिंह बिष्ट, बीसी काडपाल, प्रताप सिंह, नंदन सिंह साही, चारु चंद्र पाडे, नवीन चंद्र खुल्बे आदि मौजूद रहे।