कब दर्शन दोगे श्रीराम परम हितकारी, रस्ता देखत शबरी की उमर गई सारी
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा: सांस्कृतिक नगरी में मची रामलीला मंचन की धूम के दौरान सातवें दिन शबरी प्रसंग स
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा: सांस्कृतिक नगरी में मची रामलीला मंचन की धूम के दौरान सातवें दिन शबरी प्रसंग से लंका दहन तक का मंचन किया गया। इस दौरान शबरी राम मिलन को देखकर लोग भाव विभोर हो गए।
अपने गुरु मतंग ऋषि के कहानुसार वर्षो से भगवान श्रीराम के दर्शन की प्रतिक्षा कर रही शबरी प्रतिदिन मार्ग में फूल बिछाती थी। आज भी वह मीठे बेरों को अपनी टोकरी में सजाएं हुए थी कि तभी अचानक श्रीराम अपने छोटे भाई लक्ष्मण के आश्रम में पहुंचे तो शबरी फूली नहीं समाई। उसने घर में आए भगवान का सत्कार किया और उन्हें मीठे बेर खिलाए। श्रीराम ने शबरी के जूठे बेरों को चाव से खाया। जब भगवान श्रीराम जाने लगे तो शबरी ने उन्हें वानर राज सुग्रीव का पता बताते हुए कहा कि सीता की खोज में वह उनकी पूरी मदद करेंगे। इसके बाद श्रीराम सुग्रीव मित्रता, मायावी प्रसंग से लंका दहन तक की रामलीला का मंचन किया गया। नंदादेवी में सप्तम दिवस की रामलीला का उद्घाटन जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने किया। उन्होंने शबरी प्रसंग और श्रीराम सुग्रीव मित्रता तक की रामलीला मंचन का आनंद लिया और कलाकारों के बेहतरीन प्रदर्शन की सराहना की। इस दौरान आपदा अधिकारी राकेश जोशी, प्रकाश पांडे, संतोष मिश्रा, शशि मोहन पांडे, सुमन सनवाल, जगदीश बिष्ट रहे। कर्नाटक खोला में मुकेश बिष्ट मेघनाद, अनिल रावत हनुमान, अमित उप्रेती अक्षय कुमार की भूमिका निभाई। इस दौरान बिट्टू कर्नाटक, हेम जोशी मौजूद रहे। लक्ष्मी भंडार में मनोज साह, ललित साह, राजेश पांडे, शिवचरण पांडे, राजेंद्र तिवारी, धरनीधर पांडे मौजूद रहे। राजपुरा की रामलीला में हनुमान की भूमिका नीरज कुमार ने निभाई। इस दौरान सुनील कुमार, मुकेश कुमार, किशन लाल मौजूद रहे। धारानौला में भूपाल मनराल, दीपक जोशी, मनोज सनवाल, दिनेश जोशी उपस्थित थे। एनटीडी में गिरीश धवन, मुकेश नेगी, वेद तिवारी, पंकज कांडपाल मौजूद रहे। सरकार की आली में अनिल गुरुरानी, कमलेश पांडे, शेखर जोशी मौजूद रहे। वहीं खत्याड़ी में भी रामलीला का मंचन किया गया।