तंत्र की बेरुखी पर खुद उठाया सड़क निर्माण का जिम्मा
रानीखेत में बार-बार की गुहार के बावजूद शासन-प्रशासन की उपेक्षा से त्रस्त लोग खुद ही सड़क बनाने लग गए हैं।
संवाद सहयोगी, ताड़ीखेत (रानीखेत) : बार-बार की गुहार के बावजूद शासन-प्रशासन की उपेक्षा से त्रस्त ग्रामीणों ने श्रमदान कर गाव से मुख्य मार्ग तक सड़क बनाने की ठान ली। करीब 250 मीटर तक कच्ची सड़क तैयार भी कर ली गई।
मामला ताड़ीखेत ब्लॉक के कोठार गाव का है। लंबे समय से ग्रामीण गाव को सड़क मार्ग से जोड़ने की मांग उठाते रहे। कई बार पंचायत प्रतिनिधियों, सासद, विधायक को ज्ञापन भी सौंपा मगर हर बार आश्वासन के सिवा कुछ भी हासिल ना हुआ। इस कदर उपेक्षा से त्रस्त ग्रामीणों ने खुद ही करीब तीन किलोमीटर सड़क तैयार करने की ठान ली। बुजुर्ग पदम सिंह से ग्रामीणों ने राय मशवरा किया और गाव के कच्चे रास्ते को काटने में जुट गए। करीब 250 मीटर रोड काट भी दी गई है। तीन किलोमीटर रोड काटने के बाद ग्रामीणों की सड़क रिची बिल्ले मुख्य मोटर मार्ग में मिल जाएगी। ग्रामीणों ने कहा कि सड़क निर्माण होने से बीमारों को समय से अस्पताल तक पहुंचाने में मदद मिलेगी। रोड कटान में युवाओं और बुजुर्गो के साथ ही महिलाएं व बच्चे तक जुटे हुए हैं। ग्रामीणों के प्रयास की आसपास के गाव के लोगों ने भी सराहना की है।