गोशाला में नहीं की जा रही थी पशुओं की उचित देखभाल
अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे से सटे ढोकाने क्षेत्र के समीप सिमराड़ गाव में गोशाला में पशुओं की उचित देखभाल नहीं की जा रही थी।
संवाद सहयोगी, रानीखेत : अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे से सटे ढोकाने क्षेत्र के समीप सिमराड़ गाव में गोशाला के नाम पर गोवंशीय पशुओं की दुर्दशा मामले में जांच टीम ने बड़ा खुलासा किया है। एसडीएम के निर्देश पर राजस्व उपनिरीक्षक ने जाच पूरी कर रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट में जहां पशुओं के रहने, खाने व पीने की उचित व्यवस्था न होने का जिक्र है, वहीं कई मरे हुए पशुओं को नदी क्षेत्र में फेंकने का भी खुलासा किया है।
याद रहे ढोकाने निवासी प्रदीप सिंह ने एसडीएम कोश्या कुटोली गौरव चटवाल को ज्ञापन भेज ढोकाने के समीप सिमराड़ गाव (रामगढ़ ब्लॉक) में कुछ समय पूर्व खोली गई गोशाला में पशुओं को रखने के लिए संचालक पर पशु स्वामियों से 500 से 2000 रुपया लेने का आरोप लगाया था। आरोप था कि गोशाला संचालक ने धनराशि लेने के बावजूद पशुओं के खाने व रहने की उचित व्यवस्था नहीं की है। एसडीएम ने राजस्व उपनिरीक्षक पवन ध्यानी, राजस्व निरीक्षक भुवन चंद्र भंडारी की टीम गठित कर जांच के निर्देश दिए। राजस्व उपनिरीक्षक पवन ध्यानी के अनुसार गोशाला में 34 गोवंश पशु मिले, जिनके उचित देखभाल नहीं की जा रही थी। चारा भी उपलब्ध नहीं था। वहीं, नदी क्षेत्र में भी गोवंशीय पशु मरे मिले। शीघ्र जांच रिपोर्ट एसडीएम को सौंप दी जाएगी।
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वर्जन
'जाच रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। जल्द एसडीएम को सौंपी जाएगी। निर्देश मिलने पर ही गोशाला संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
- पवन ध्यानी, राजस्व उपनिरीक्षक'