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रोडवेज कार्यशाला में समस्याओं का अंबार

संवाद सहयोगी अल्मोड़ा उत्तराखंड परिवहन निगम के अल्मोड़ा डिपो की कार्यशाला में जरूरी

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 Mar 2019 07:35 AM (IST)Updated: Tue, 26 Mar 2019 07:35 AM (IST)
रोडवेज कार्यशाला में समस्याओं का अंबार
रोडवेज कार्यशाला में समस्याओं का अंबार

संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : उत्तराखंड परिवहन निगम के अल्मोड़ा डिपो की कार्यशाला में जरूरी संसाधनों का टोटा है। इससे तकनीकी कर्मचारियों को वाहनों की फिटनेस जांच करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

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रोडवेज बसों के अनुरक्षण व जांच के लिए साल 1980 में इस कार्यशाला की स्थापना की गई। सालों से कार्यशाला के टिन शेड का अनुरक्षण नहीं होने से यह जीर्ण-क्षीर्ण अवस्था में पहुंच गई है। इसी जीर्ण छत के तले डिपो के 40 बसों की फिटनेस की जांच की जाती है। थोड़ी सी ही बरसात में इसकी छत टपकने लगती है। ज्यादा बारिश में तकनीकी कर्मचारियों को काफी दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है। रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद, उत्तरांचल परिवहन मजदूर संघ तथा रोडवेज का एससी-एसटी कर्मचारी संगठन, रोडवेज इम्प्लाइज यूनियन कार्यशाला के सुधारीकरण की मांग सालों से कर रहा है, इसके बाद भी कोई सुध नहीं ली जा रही है। बार-बार यह मुद्दा इन संगठनों की बैठक में भी उठता रहा है, इसके बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है।

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तकनीकी कर्मचारियों की कमी

डिपो में बसों की जांच के लिए तकनीकी कर्मचारियों का कमी बनी है। वाह्य स्रोत कर्मचारियों से जैसे तैसे काम चलाया जा रहा है।

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स्पेयर पा‌र्ट्स का भी टोटा

डिपो में स्पेयर पा‌र्ट्स व लुब्रीकेंट्स की कमी से सप्ताह में 2 से 3 बसें स्थगित हो रही हैं। वहीं डीजल फिल्टर, बैटरी व अन्य स्पेयर पा‌र्ट्स की कमी से भी बसों के संचालन पर असर पड़ रहा है।

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चालक-परिचालकों की भी कमी

परिवहन निगम के डिपो में चालक-परिचालकों का भी टोटा बना हुआ है। रोडवेज के विभिन्न कर्मचारी संगठन लंबे समय से डिपों में कम से कम 20 चालक और इतने ही परिचालकों की नियुक्ति करने की मांग उठा रहा हैं, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है।

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टिन शेड में चल रहा कार्यशाला का विद्युत कक्ष

अनदेखी का आलम यह है कि कार्यशाला परिसर में विद्युत कक्ष टिन शेड में चलाया जा रहा है। इससे कभी भी खतरा उत्पन्न हो सकता है। सालों से कर्मचारी संगठन इसे पक्के कक्ष में संचालित किए जाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन जिम्मेदारों के कान पर जूं तक नहीं रेंगा।

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डिपो कार्यशाला निर्माण की प्रक्रिया वर्तमान में गतिमान है, फिलहाल पुरानी कार्यशाला से ही काम चलाया जा रहा है। तकनीकी कर्मचारियों समेत अन्य संसाधनों की कमी के बावत निगम मुख्यालय को सूचना भेजी गई है। परिवहन निगम यात्रियों को बेहतर सुविधा मिले इसके लिए लगातार प्रयासरत है।

-कैलाश चंद्र जोशी, वरिष्ठ स्टेशन इंचार्ज, रोडवेज


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