जागेश्वर मंदिर की सभी व्यवस्थाएं उच्च न्यायालय के आदेश पर
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा: जागेश्वर मंदिर में सारी व्यवस्थाएं उच्च न्यायालय नैनीताल के आदेश पर
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा: जागेश्वर मंदिर में सारी व्यवस्थाएं उच्च न्यायालय नैनीताल के आदेश पर मंदिर समिति की तरफ से की जा रही है। इन तीन सालों में मंदिर को तीन करोड़ सात लाख इक्कीस हजार पांच सौ उन्नीस रुपये चढ़ावे के रूप में मिले। साथ ही समिति ने अध्यक्ष के रूप में डीएम की सहमति पर परिसर में पेयजल, कूड़ा निस्तारण व शौचालय सहित स्ट्रीट लाइट की व्यवस्थाएं की हैं। यह बात पत्रकार वार्ता में मंदिर समिति के
प्रबंधक प्रकाशचंद्र भट्ट ने कही। उनका कहना था कि कुछ लोग मंदिर व समिति की कार्यशैली पर भ्रामक प्रचार कर रहे हैं।
प्रबंधक प्रकाशचंद्र भट्ट ने कहा कि उच्च न्यायालय के आदेश पर मंदिर में जो चढ़ावा आता है। उसका पूरा लेखा-जोखा रखा जा रहा है। साथ ही मंदिर समिति के अध्यक्ष डीएम अल्मोड़ा के निर्देश पर विकास कार्यो व पुजारियों के अंशदान में धन खर्च होता है। अब तक मंदिर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पेयजल, स्ट्रीट लाइट व विद्युत आपूíत के लिए जनरेटर लगाया गया है। साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से दस सीसीटीवी कैमरों को लगाया गया है। ताकि किसी प्रकार के भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जा सके। प्रबंधक ने कहा कि श्रद्धालुओं की तरफ से जो पूजा कराई जाती है। उसका शुल्क लेकर रसीद दी जाती है। साथ ही दानपात्र में आए दान की रकम को एक निश्चित व्यवस्था के अनुसार बराबर भागों में पुजारियों के बीच बांटने का प्रावधान समिति ने किया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मंदिर के ही एक पुजारी की तरफ से इन व्यवस्थाओं पर प्रश्नचिन्ह लगाया जा रहा है। जो कि न्यायालय व्यवस्था के प्रति अविश्वास जगाने का काम है। जबकि सारी मंदिर की व्यवस्थाएं अध्यक्ष डीएम अल्मोड़ा की देखरेख में की जा रही हैं।