अनशनकारियों को पुलिस ने उठाया, अस्पताल में भर्ती
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : आल्पस दवा कंपनी के संचालन और वेतन देने की मांग को लेकर आमरण अन
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : आल्पस दवा कंपनी के संचालन और वेतन देने की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे दो कर्मचारियों को प्रशासन और पुलिस की टीम ने अनशन स्थल से उठाकर अस्पताल में भर्ती करा दिया है। प्रशासन की इस कार्रवाई के फिर दो कर्मचारी गांधी पार्क में अनशन में बैठ गए हैं।
बुधवार को भी पांचवे दिन कंपनी के संचालन और वेतन की मांग पर कर्मचारी आमरण अनशन पर डटे रहे। जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने अनशनकारियों के स्वास्थ्य की जांच के बाद अपनी रिपोर्ट प्रशासन को भेजी। रिपोर्ट में कर्मचारियों के स्वास्थ्य में गिरावट की सूचना से प्रशासन हरकत में आ गया और देर शाम तहसीलदार खुशबू आर्या और कोतवाल अरूण वर्मा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने दो अनशनकारियों अशोक और शंकर सिंह को गांधी पार्क से उठा लिया और उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया। इधर प्रशासन की कार्रवाई से नाराज कर्मचारियों ने जोरदार नारेबाजी की और दो कर्मचारी बलवंत बिष्ट और महेंद्र सिंह फिर आमरण अनशन पर बैठ गए। आंदोलनकारियों ने कहा है कि वह पिछले कई दिनों से अपनी जायज मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं लेकिन प्रशासन उनकी मांग पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। कर्मचारियों ने कहा कि रोजगार छिन जाने के कारण अब उनके सामने परिवार पालने और रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है। लेकिन कंपनी संचालन और उनके वेतन के लिए अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। कर्मचारियों ने कहा है कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं की गई तो भूख हड़ताल जारी रखेंगे।
इस मौके पर मंजू बिष्ट, शीला साह, गीता बिष्ट, हीरा पंवार, नीमा रौतेला, सीमा आर्या, नंदी बिष्ट, किरन साह, चंपा साह, नसरीन बेगम, हरीश सुप्याल, प्रदीप कुमार, बृजेश शैली समेत अनेक कर्मचारी मौजूद रहे।
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पूर्व विधायक ने प्रशासन को सौंपा ज्ञापन
- कर्मचारियों के हितों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं
अल्मोड़ा : कुमाऊं क्षेत्र की एक मात्र दवा कंपनी आल्पस के संचालन और कर्मचारियों के वेतन की मांग को लेकर आंदोलनकारियों के समर्थन में उतरे पूर्व विधायक मनोज तिवारी ने बुधवार को अपर जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है।
ज्ञापन में तिवारी समेत कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा है कि पिछले कई महीनों से आल्पस कंपनी का संचालन बंद है जिससे कर्मचारियों के सामने दो जून की रोटी के लाले पड़े हैं। लेकिन सरकार कर्मचारी के प्रति जवाबदेह नहीं लग रही है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कंपनी के संचालन और उनके रूके हुए देयकों के शीघ्र भुगतान की कार्रवाई करने की मांग की है। मांग न होने पर कार्यकर्ताओं ने उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है।