सवर्ण समाज का उत्पीड़न कर रही पुलिस
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : एससी एसटी एक्ट में संशोधन के विरोध में मंगलवार को निकाले गए जु
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : एससी एसटी एक्ट में संशोधन के विरोध में मंगलवार को निकाले गए जुलूस पर पुलिस द्वारा कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों को नोटिस देने पर उनका आक्रोश भड़क गया है। संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि पुलिस उनकी स्वतंत्रता की अभिव्यक्ति पर प्रतिबंध लगाने की साजिश कर रही है। जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बीते मंगलवार को सवर्ण संघर्ष समिति ने एससी एसटी एक्ट में संशोधन के विरोध पर नगर में टार्च जुलूस निकाला था। जिसके बाद पुलिस ने मिनिस्टीरियल फेडरेशन, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद, राजकीय शिक्षक संघ, प्राथमिक शिक्षक संघ, डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएसन के पदाधिकारियों को नोटिस जारी कर दिए। नोटिस मिलने के बाद कर्मचारी संगठनों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। गुरुवार को विभिन्न संगठनों के सदस्यों ने सीओ कमल राम आर्या से मुलाकात कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें कहा गया है कि इस जुलूस में कोई भी संगठन अपने बैनर के साथ मौजूद नहीं था। जुलूस में जो भी सवर्ण मौजूद थे वह अपने भविष्य को सुरक्षित करने के उद्देश्य से जुलूस में शामिल हुए। जबकि जुलूस कार्यालय समयावधि के डेढ़ घंटे बाद निकाला गया था। लेकिन इसके बाद भी पुलिस ने पांच कर्मचारी संगठनों को नोटिस देकर उनकी भावनाओं से खेलने का प्रयास किया है। इधर इस कार्रवाई से गुस्साए सवर्ण संघर्ष समिति के कार्यवाहक अध्यक्ष देव सिंह टंगड़िया ने कहा है कि पुलिस समिति के आंदोलन को प्रभावित करने का प्रयास कर रही है। जिसे किसी कीमत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा है कि अगर भविष्य में इस तरह उनकी स्वतंत्रता बाधित करने का प्रयास किया जाएगा तो इसके गंभीर परिणाम सामने आएंगे।