कागजों में खेल मैदान, हकीकत में प्रार्थना स्थल
अल्मोड़ा के माध्यमिक स्कूलों में मानक के अनुसार खेल मैदान नहीं हैं।
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : माध्यमिक स्कूलों में जिस मानक के खेल मैदान होने चाहिए वह नहीं हैं। जिन कुछेक विद्यालयों में खेल मैदान कागजों में तो हैं मगर वह हकीकत में प्रार्थना स्थल हैं। यही नहीं कई जगह खेल मैदान है भी तो वहां खेल सामग्री व प्रशिक्षकों की कमी है। अकेले अल्मोड़ा जिले में मौजूद 316 माध्यमिक विद्यालयों में से 218 स्कूलों में मानकों के अनुसार खेल मैदान नहीं हैं। करीब 98 स्कूलों में खेल प्रशिक्षक ही नहीं हैं।
जिले के 218 हाईस्कूल व इंटर कालेज खेल मैदान की कमी से जूझ रहे हैं। इनमें विद्यालय के प्रार्थना स्थल में जैसे-तैसे कामचलाऊ व्यवस्था के तहत खेल गतिविधियां संचालित की जाती है। इसके चलते सभी जरूरी खेलों का संचालन नहीं हो पाता है। विद्यालय प्रबंधन समिति तथा विद्यालय प्रबंधन विकास समिति लंबे अर्से से विद्यालयों में मानकों के अनुसार 40 गुणा 68 मीटर के खेल मैदान का निर्माण किए जाने की मांग उठा रहे हैं। मगर स्थिति जस की तस है।
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विभाग विद्यालयों में खेलों की शिक्षा के साथ ही इसका बेहतर प्रशिक्षण मिले इसके लिए लगातार प्रयासरत है। जिन विद्यालयों में खेल मैदान नहीं हैं, उनमें खेल मैदान के निर्माण के लिए प्रस्ताव शिक्षा निदेशालय को भेजे गए हैं। प्रस्ताव की स्वीकृति के बाद विद्यालयों में खेल मैदान का निर्माण कराया जाएगा।
- एचबी चंद, मुख्य शिक्षा अधिकारी