कड़ाके की ठंड में घंटों ठिठुरते रहे खिलाड़ी
संवाद सहयोगी भिकियासैंण (अल्मोड़ा): प्रदेश में खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए खेल महाकुंभ योजना
संवाद सहयोगी भिकियासैंण (अल्मोड़ा): प्रदेश में खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए खेल महाकुंभ योजना का संचालन तो किया जा रहा है, लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारी इस योजना के प्रति कितने गंभीर हैं इसकी बानगी मंगलवार को भिकियासैंण में दिखने को मिली। जहां खिलाड़ियों को अल्मोड़ा ले जाने के लिए सात बजे सड़कों पर बुला लिया गया, लेकिन जिम्मेदार शिक्षक दस बजे तक न खुद वहां पहुंचे और ना ही बच्चों के लिए किसी वाहन की व्यवस्था की जा सकी।
मंगलवार को भिकियासैंण तहसील के खिलाड़ियों को जिला स्तरीय खेल महाकुंभ में भाग लेने के लिए अल्मोड़ा जाना था। इसके लिए संबंधित शिक्षकों ने क्षेत्र के दूरदराज के गांवों के खिलाड़ियों को सुबह सात बजे सड़क पर बुला लिया। खिलाड़ी भी कड़ाके की ठंड का सामना करते हुए निर्धारित समय पर सड़क मार्ग पर पहुंच गए, लेकिन तीन घंटे इंतजार के बाद भी न तो खिलाड़ियों के पास कोई शिक्षक पहुंचा और ना ही उन्हें ले जाने के लिए कोई वाहन। खिलाड़ी तीन घंटे कड़ाके की ठंड में सड़क पर इंतजार करते रहे। अभिभावकों को जब इस बात का पता चला तो वह भी वहां पहुंचे और खंड शिक्षा अधिकारी से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन खंड शिक्षा अधिकारी हिमांशु नौगाई ने अभिभावकों का फोन तक रिसीव नहीं किया। तीन घंटे बाद बमुश्किल शिक्षक बच्चों के पास पहुंचे और तब जाकर बच्चे वाहन में बैठकर अल्मोड़ा को रवाना हो सके। इस बीच संबंधित शिक्षकों को अभिभावकों के आक्रोश का भी सामना करना पड़ा।
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खेल महाकुंभ के तहत बच्चों को लाने ले जाने की व्यवस्था शिक्षा विभाग के अधिकारियों को करनी थी। इसके लिए संबंधित विभाग को धनराशि भी पूर्व में ही उपलब्ध करा दी गई थी। इसलिए प्रतियोगिता सम्पन्न कराने का जिम्मा शिक्षा विभाग का है।
-विक्रांत चौधरी, ब्लॉक समन्वयक पीआरडी भिकियासैंण