जिला अस्पताल में हुआ पंत की मूíत का लोकार्पण
संवाद सहयोगी अल्मोड़ा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और कुमाऊं की बाराडोली सल्ट सत्याग्रह के प्रण
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और कुमाऊं की बाराडोली सल्ट सत्याग्रह के प्रणेता और महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. हर गोविद पंत के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। युवाओं को उनके आदर्शो से प्रेरणा लेनी होगी और सशक्त समाज के निर्माण में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन ईमानदारी से करना होगा।
यह बात जिला अस्पताल अल्मोड़ा में संविधान सभा के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश में विधानसभा के उपाध्यक्ष रहे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. हरगोविद पंत की मूíत के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि पंत ने महात्मा गांधी से प्रेरणा लेने के बाद अपना पूरा जीवन देश को सर्मिपत कर दिया। उत्तराखंड की समस्याओं को दूर करने के लिए पंत ने कुमाऊं परिषद की स्थापना की और उन्हीं की अध्यक्षता में कुली बेगार को बंद करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया गया। मुख्य वक्ता पदमश्री शेखर पाठक ने अपने संबोधन में कहा कि पंत तत्कालीन उत्तर प्रदेश विधानसभा में सर्वाधिक प्रश्न पूछने वाले लोगों में शुमार रहे। पालिकाध्यक्ष प्रकाश जोशी ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हरगोविद पंत के योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता। कार्यक्रम में पूर्व सीएम हरीश रावत, पूर्व स्पीकर गोविद सिंह कुंजवाल, पूर्व विधायक मनोज तिवारी, डीएम नितिन भदौरिया, गोविद पिलख्वाल, पीतांबर पांडे, बिट्टू कर्नाटक, रवि रौतेला, मोती लाल वर्मा, अशोक पांडे, मनोज सनवाल, अख्तर हुसैन, किशन गुरुरानी, आनंद बगडवाल, ललित लटवाल, कैलाश गुरुरानी, केवल सती, अरूण पंत, पीसी तिवारी, लच्जा पंत, आशुतोष पंत, विनीता साह, डॉ. प्रकाश वर्मा, दीपक गरबयाल, ज्ञान तिवारी, आरपी पांडे, सुशील जोशी, वसुधा पंत समेत अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।
-----------------
नेताओं, अफसरों के दबाव में साइलेंट जोन की उड़ा दी धच्जियां
संस, अल्मोड़ा : मौका स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की मूíत के लोकार्पण का। लेकिन इस कार्यक्रम को सादगी से मनाने के बजाय नेताओं और अफसरों के दबाव में आयोजकों ने अस्पताल के साइलेंट जोन की धच्जियां उड़ाकर रख दी गई। शुक्रवार को जिला अस्पताल में स्व. स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हरगोविद पंत की मूíत का लोकार्पण हुआ। मूíत निर्माण का जिम्मा ग्रामीण अभियंत्रण सेवा को दिया गया था, तो कार्यक्रम का आयोजन भी ग्रामीण अभियंत्रण सेवा द्वारा ही कराया गया। लेकिन आयोजकों ने इस कार्यक्रम को सादगी से मनाने के बजाय अस्पताल के साइलेंट जोन की धच्जियां उड़ाकर रख दी। एक ओर अस्पताल में रोगी अलग अलग बीमारियों से कराह रहे थे। वहीं अस्पताल के ठीक बाहर करीब दो घंटे तंबू गाड़कर नेता और अफसर अपनी भाषणबाजी में व्यस्त रहे। अस्पताल में एक मृतक के परिजन रो बिलख रहे थे। वहीं नेता और अफसर आम आदमी के दर्द से पूरी तरह अनजान दिखाई दिए। आयोजकों से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने गलती तो मानी लेकिन जानकारी न होने की बात कहकर पूरे मामले से पल्ला झाड़ लिया।
---------------------------------
अस्पताल परिसर में स्पीकर लगाने के संबंध में कोई जानकारी नहीं थी। कार्यक्रम के बारे में चिकित्सा विभाग के अधिकारियों से वार्ता भी की गई थी। भविष्य में इस प्रकार की गलती नहीं दोहराई जाएगी।
-आरपी पांडे, सहायक अभियंता, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग अल्मोड़ा
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप