इंटकवेल पर विपक्ष ने की राज्य सरकार की घेराबंदी
कोसी जलागम में 10 करोड़ की लागत से लगे इंटकवेल पर कांग्रेसियों ने मोर्चा खोल दिया है।
अल्मोड़ा, जेएनएन : कोसी जलागम में 10 करोड़ की लागत से लगे इंटकवेल पर कांग्रेसियों ने मोर्चा खोल दिया है। इसमें धांधली का आरोप लगा उन्होंने एसआइटी जांच से कम पर समझौता न करने का एलान करते हुए कोसी कूच किया। राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर धरना दिया। यह भी कहा कि बार-बार मांग उठाए जाने के बावजूद जांच न कराए जाने पर प्रदेश सरकार की भूमिका संदिग्ध हो गई है।
जिलाध्यक्ष पीतांबर पांडे व नगर अध्यक्ष पूरन सिंह रौतेला के संयुक्त नेतृत्व में शुक्रवार को कांग्रेसी सड़क पर उतर आए। कोसी जलागम क्षेत्र में राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर धरना दिया। इंटकवेल निर्माण में अनियमितता का आरोप लगा एसआइटी जाच की पुरजोर माग उठाई। जिलाध्यक्ष पीतांबर ने कहा कि कई वर्षो से नगर क्षेत्र पेयजल संकट झेल रहा है। वर्तमान सरकार ने कोसी में करीब 10 करोड़ रुपये की लागत से इंटकवेल का निर्माण कराया। मगर किल्लत दूर नहीं हुई। नगर अध्यक्ष पूरन सिंह ने कहा कि इंटकवेल लगाने के बावजूद कोसी पंप हाउस पर निर्भर नगर व आसपास के 300 गांवों 1.25 लाख लोग पानी को तरस रहे हैं। इस ज्वलंत मुद्दे पर राज्य सरकार की चुप्पी बेहद गंभीर है। कांग्रेसियों ने दो टूक कहा कि यदि प्रदेश सरकार इंटकवेल निर्माण की एसआइटी जाच नहीं कराती तो वृहद आंदोलन छेड़ा जाएगा। धरने पर जिलाध्यक्ष (महिला इकाई) लता तिवारी, गीता मेहरा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष ताराचंद्र जोशी, ब्लॉक अध्यक्ष राजेंद्र बोरा, यूथ अध्यक्ष निर्मल रावत, राजीव कर्नाटक, दीपाशु पांडेय, हर्ष कनवाल, अरविंद रौतैला, देवेंद्र सिंह बिष्ट, रौबिन मनोज भंडारी, ललित सतवाल, दीपा साह, राधा बिष्ट, अशोक ग्वासीकोटी, संजय कुमार, कुंदन नेगी, आनंद बिष्ट, कुलदीप सिंह, आशीष कुमार, विजय कनवाल, अमन पाठक, मजहर अली, शरद साह आदि बैठे।