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काल के क्रूर हाथों ने छीन लिया इकलौता सहारा

संवाद सहयोगी, रानीखेत : हादसों के लिहाज से अतिसंवेदनशील खैरना रानीखेत हाईवे पर एक आ

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Jan 2019 10:30 PM (IST)Updated: Tue, 15 Jan 2019 10:30 PM (IST)
काल के क्रूर हाथों ने छीन लिया इकलौता सहारा
काल के क्रूर हाथों ने छीन लिया इकलौता सहारा

संवाद सहयोगी, रानीखेत : हादसों के लिहाज से अतिसंवेदनशील खैरना रानीखेत हाईवे पर एक और चिराग बुझ गया। नगर से कुछ दूर उपराड़ी क्षेत्र में सोमवार की रात तेज रफ्तार वाहन ने बाइक सवार को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि युवक के हेलमेट के टुकड़े हो गए। सिर में गंभीर चोट व अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उसने हल्द्वानी ले जाते वक्त दम तोड़ दिया। इधर पिलखोली बैरियर व बमस्यूं स्थित बैंक शाखा के बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर वाहन का पता लगाया जा रहा है।

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कोसी घाटी से सटे भुजान क्षेत्र में दुकान चलाने वाला बमस्यूं (ताड़ीखेत ब्लॉक) निवासी मोहन सिंह मेहरा (28) पुत्र आनंद सिंह मेहरा सोमवार की रात खैरना में उत्तरायणी मेला देखने पहुंचा था। वह अपनी बाइक यूके 04आर 6691 से अपने साथी को उपराड़ी छोड़ने के लिए निकला। वापसी में उपराड़ी से कुछ ही दूर विपरीत दिशा से आ रहे बेकाबू वाहन ने बाइक को टक्कर मार दी। इससे बाइक दूर जा छिटकी जबकि मोहन का सिर वाहन से टकराया। हेलमेट कई टुकड़ों में बंट गया। खून से लथपथ युवक मौके पर ही गिर पड़ा। हादसे के बाद आरोपित चालक मय वाहन फरार हो गया। टक्कर की आवाज सुन स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और आपातकालीन 108 सेवा से गंभीर हालत में उसे सीएचसी गरमपानी पहुंचाया गया। नाजुक हालत देखते हुए डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद घायल को हल्द्वानी रेफर कर दिया। भवाली के पास घायल ने दम तोड़ दिया।

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..और बाइक सलामत

टक्कर के दौरान युवक बाइक से उछल कर सीधा वाहन से टकराया। दोपहिया वाहन दूर छिटका जरूर लेकिन सलामत रही। जबकि मोहन टक्कर मारने वाले वाहन से जा टकरा वहीं गिर पड़ा।

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बुढ़ापे का सहारा छिनने से पिता बदहवास

बुजुर्ग आनंद सिंह मेहरा पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। मोहन की मौत से जहां पूरा गांव स्तब्ध है, वहीं बुढ़ापे का एकमात्र सहारा छिन जाने से पिता बदहवास हैं। भुजान में दुकान चलाकर बेटा जैसे तैसे घर की जिम्मेदारी उठा रहा था। आनंद सिंह की पत्नी हंसी देवी बीते अक्टूबर में तो बड़ा पुत्र सुंदर भी नवंबर में चल बसा। मोहन के भी दुनिया छोड़ देने से आर्थिक रूप से कमजोर पिता बुरी तरह टूट चुके हैं।

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गांव में मातमी सन्नाटा

मोहन की मौत से बमस्यूं गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया। शोक जताने वालों में तांता लग रहा। विधायक करन माहरा, प्रमुख रचना रावत, प्रधान भूपेंद्र देव, बालम सिंह, श्याम सिंह मेहरा, गोपाल देव, बालम सिंह करायत, आनंद नेगी, देवेंद्र सिंह, नंदन सिंह, महेंद्र जीना, जीवन सिंह, गोपाल सिंह आदि ने गहरा दुख जताया। इन ग्रामीणों ने दोषी वाहन चालक की शीघ्र गिरफ्तारी व गरीब ग्रामीण को मुआवजे की मांग उठाई।


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