गुलदार की दो खाल के साथ एक गिरफ्तार
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : एसओजी और पुलिस की टीम ने अपने संयुक्त अभियान के दौरान एक व्यक्ति
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : एसओजी और पुलिस की टीम ने अपने संयुक्त अभियान के दौरान एक व्यक्ति को गुलदार की दो खाल के साथ गिरफ्तार किया। तस्करी का दूसरा आरोपित रात के अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया। पुलिस उसको पकड़ने के लिए दबिश दे रही है।
रविवार की रात चौकी प्रभारी बेस संतोष देवरानी के नेतृत्व में कांस्टेबल संदीप सिंह, दिनेश नगरकोटी, हेमंत कुमार, अशोक बुदियाल और प्रमोद राणा कसार देवी तिराहे के पास चेकिंग अभियान पर थे। शक के आधार पर पुलिस टीम ने दीवान सिंह पुत्र महिपाल सिंह निवासी लिंगुणता के बैग को चेक किया तो उसमें गुलदार की खाल रखी हुई थी। चेकिंग के दौरान तस्करी के आरोपित का दूसरा साथी हरीश मेहरा निवासी पथनिया नयाल कफड़खान अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया। प्रभारी निरीक्षक अरूण वर्मा ने बताया कि हरीश मेहरा की तलाश में संभावित स्थानों पर दबिश दी जा रही है। उन्होंने बताया कि तस्करी के दूसरे आरोपित को भी शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस ने इस मामले में दोनों आरोपितों के ऊपर वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
-------------------
मरे जानवरों के ऊपर डालते थे विषैला पदार्थ
गुलदार की खाल की तस्करी करने वाले दोनों आरोपित लंबे समय से इस कार्य में लिप्त हैं। पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि वह गांव व आसपास के इलाकों में मरे हुए मवेशियों के ऊपर विषैला पदार्थ डाल देते थे। गुलदार जब इन मवेशियों को खाता था तो वह मर जाता था और यह उसकी खाल निकाल कर उसे बेच देते थे। इन दोनों गुलदारों को भी आरोपितों ने इसी तरह मारा था। लेकिन इस बार वह अपने मंसूबों में कामयाब होने से पहले की पुलिस की गिरफ्त में आ गए।
----------------------
अंतरराष्ट्रीय बाजार में लाखों में है कीमत
पुलिस के चेकिंग अभियान में पकड़ी गई गुलदार की खालों की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लाखों रुपये की है। तस्करों के पास से पकड़ी गई एक खाल की लंबाई सात फिट दस इंच और दाहिने से बाएं पैर की चौड़ाई करीब चार फिट छह इंच है। जबकि दूसरी खाल की लंबाई छह फिट पांच इंच और दाहिने से बाएं पैर की चौड़ाई तीन फिट आठ इंच है।
----------------------
पुलिस व एसओजी टीम को मिलेगा पुरस्कार
पुलिस और एसओजी की टीम द्वारा गुलदार की खाल को पकड़ने के बाद एसएसपी पी रेणुका ने उनके कार्य की सराहना की है। एसएसपी ने इस मामले के खुलासे के बाद टीम को ढाई हजार रुपये का पुरस्कार देने की भी घोषणा की है।