अब पालिका क्षेत्र में जीआइएस से निगरानी
संवाद सहयोगी अल्मोड़ा अब पूरा पालिका क्षेत्र बहुत जल्द एक क्लिक के दायरे में होगा। नगर क्ष्
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : अब पूरा पालिका क्षेत्र बहुत जल्द एक क्लिक के दायरे में होगा। नगर क्षेत्र के वार्डो में बेहतर नियोजन, प्रबंधन व विकास कार्यो की मॉनीटरिंग के लिए अत्याधुनिक भौगोलिक सूचना विज्ञान (जीआइएस) आधारित तकनीक अपनाई जाएगी। पहले चरण में प्रयोग के तौर पर छह वार्ड लिए जाएंगे। जीआइएस मैपिंग से बिजली बिल, गृह व जलकर न चुकाने वालों पर भी पैनी नजर रहेगी।
अत्याधुनिक जीआइएस के क्रियान्वयन के सिलसिले में शुक्रवार को कलक्ट्रेट में बैठक हुई। डीएम नितिन सिंह भदौरिया ने कहा कि पालिका क्षेत्र को दी जाने वाली सुविधाएं मसलन पेयजल, बिजली, सीवरलाइन आदि की जीआइएस मैपिंग की जाएगी। हरेक घर की मैपिंग कर एक व्यवस्थित कोड बनाया जाएगा। इससे पालिका की ओर से दिए जाने वाले सभी बिल, टैक्स आदि का चिह्नीकरण ऑनलाइन मिलेगा। मैपिंग से पालिका क्षेत्र के नियोजन में बड़ी मदद मिलेगी।
नेशनल जीयो स्पेशल चेयरप्रोफेसर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी भारत सरकार तथा निदेशक नेचुरल रिसोर्स डाटा मैनेजमेंट इन उत्तराखंड (एनआरडीएमएस) प्रो. जीवन सिंह रावत ने कहा कि पहले छह वार्ड लिए जाएंगे। प्रयोग सफल रहने पर पूरे पालिका क्षेत्र की जीआइएस मैपिंग की जाएगी।
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कोसी कॉन्फ्रेंस में जुटेंगे देश विदेश के विशेषज्ञ
डीएम ने कोसी पुर्नजनन महाभियान के तहत शीतकालीन पौधरोपण की तैयारी समीक्षा भी की। कहा कि जल्द ही कोसी कैचमेंट क्षेत्रों में पौधरोपण किया जाना है। वनाधिकारियों को जल्द कार्ययोजना देने के निर्देश दिये। डीएम ने कैंपा योजना में दिए गए बजट व कोसी नदी पुर्नजनन समिति की ओर से दिए गए धन को जल्द खर्च करने को भी कहा। ताकि दूसरी किस्त दी जा सके। उन्होंने विकास भवन में कोसी सचिवालय के लिए भी जरूरी सुविधाएं जुटाने के निर्देश दिए। जल्द ही कोसी कॉन्फ्रेंस भी होगी। इसमें देश विदेश के विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे। उन्होंने महाअभियान की वेबसाइट को अपग्रेड करने के भी निर्देश दिए। इस मौके पर सीडीओ मनुज गोयल, डीडीओ केके पंत, ईओ पालिका श्याम सुंदर प्रसाद, एसई जल संस्थान केएस खाती, ईई विद्युत डीडी पागती, आपदा प्रबंधन अधिकारी राकेश जोशी आदि मौूजद रहे।