पशुपालकों के बूते पहाड़ में आएगी नई श्वेतक्रांति
दुग्ध संघ के वार्षिक सामान्य निकाय की बैठक में पहाड़ में नई श्वेत क्रांति के सूत्रपात का संकल्प लिया गया। दुग्ध व्यवसाय को पर्वतीय क्षेत्रों में स्वरोजगार व आर्थिक रीढ़ मजबूत बनाने का ठोस जरिया बताया गया।
संस, अल्मोड़ा : दुग्ध संघ के वार्षिक सामान्य निकाय की बैठक में पहाड़ में नई श्वेत क्रांति के सूत्रपात का संकल्प लिया गया। दुग्ध व्यवसाय को पर्वतीय क्षेत्रों में स्वरोजगार व आर्थिक रीढ़ मजबूत बनाने का ठोस जरिया बताया गया। पशुपालकों को बेहतर नस्ल के मवेशी मुहैया करा उन्हें प्रोत्साहित करने संबंधी योजनाओं को गांव-गांव तक पहुंचाने पर जोर दिया गया। 28.51 करोड़ रुपये का बजट व 10.83 लाख रुपये के शुद्ध लाभ का प्रस्ताव पास किया गया। नौ पर्वतीय जिलों में सर्वाधिक दुग्ध आपूर्ति करने पर दूनागिरि (द्वाराहाट ब्लॉक) की मीरा देवी को प्रशस्तिपत्र भेंट कर सम्मानित किया गया।
पातालदेवी स्थित दुग्ध संघ मुख्यालय के मैदान में गुरुवार को अधिवेशन का शुभारंभ कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या के प्रतिनिधि भुवन जोशी व दुग्ध संघ अध्यक्ष महेंद्र सिंह बिष्ट ने संयुक्त रूप से किया। अध्यक्ष ने कहा कि पहाड़ में नई श्वेत क्रांति की जरूरत है। इसके लिए समेकित प्रयास करने होंगे। साथ ही पशुपालकों को प्रोत्साहित कर उन्हें दुग्ध उत्पादन से जोड़ने को संघ ठोस प्रयास कर रहा है। साथ ही बीते व मौजूदा वित्तीय वर्ष की प्रगति का ब्योरा भी दिया।
संघ के प्रभारी एमआइएस अरुण सिंह नगरकोटी ने 28.51 करोड़ रुपये का बजट सदन में रखा। 10.83 लाख के शुद्ध मुनाफे का बजट भी रखा गया। ध्वनितमत से दोनों बजट प्रस्ताव पास किए गए। मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या के प्रतिनिधि भुवन जोशी ने दुग्ध उत्पादन को पहाड़ में स्वरोजगार को बेहतर जरिया बताया। विशिष्ट अतिथि पूर्व संघ अध्यक्ष कृपाल सिंह, यूसीडीएफ उपाध्यक्ष दीप सिंह डांगी, नामित सदस्य ललित तिवारी, गजराज भाकुनी आदि मौजूद रहे। अधिवेशन में दुग्ध संघ महिला डेयरी व डेयरी विकास विभाग ने भी हिस्सा लिया।
ये दुग्ध उत्पादक पुरस्कृत
जिले में सर्वाधिक दुग्ध बिक्री पर भिकियासैंण ब्लॉक के शंकर दत्त सती को प्रथम पुरस्कार दिया गया। एडम्स अल्मोड़ा की लीला देवी द्वितीय व बागेश्वर के अनिल कांडपाल तृतीय स्थान पर रहे।