Move to Jagran APP

नेचर पार्क ने लिया मूर्तरूप, अब झील किनारे ध्यान योग

संवाद सहयोगी, रानीखेत : पर्यटन नगरी में रानीझील का रमणिक क्षेत्र अब ध्यान योग केंद्र के रूप मे

By JagranEdited By: Published: Tue, 08 Jan 2019 11:18 PM (IST)Updated: Tue, 08 Jan 2019 11:18 PM (IST)
नेचर पार्क ने लिया मूर्तरूप, अब झील किनारे ध्यान योग
नेचर पार्क ने लिया मूर्तरूप, अब झील किनारे ध्यान योग

संवाद सहयोगी, रानीखेत : पर्यटन नगरी में रानीझील का रमणिक क्षेत्र अब ध्यान योग केंद्र के रूप में नई पहचान कायम करेगा। नेचर पार्क के अस्तित्व में आने के बाद यहा ओपन जिम ने भी मूर्त रूप ले लिया है। इसमें सैलानी व स्थानीय युवा खुली हवा में व्यायाम कर खुद को शारीरिक रुप से दुरुस्त रख सकेंगे।

loksabha election banner

रानीझील के पास मंगलवार को विधायक निधि से करीब 7.50 लाख रुपये की लागत से तैयार निर्वाण नेचर पार्क का शुभारंभ उपनेता करन माहरा, केआरसी कमाडेंट बिग्रेडियर जीएस राठौड़ व सीईओ कैंट बोर्ड च्योति कपूर ने संयुक्त रूप से किया। छावनी परिषद की इस भूमि पर तैयार पार्क में ध्यान योग के अनुरूप विकसित किया गया है। साथ ही बच्चों व युवाओं के लिए ओपन जिम भी बनाया गया है। उपनेता, केआरसी कमाडेंट व सीईओ ने पार्क का निरीक्षण कर इसे पर्यटन विकास के लिए मील का पत्थर बताया। इस मौके पर सभासद बिंदु रौतेला, भुवन आर्या, संजय पंत, अधीक्षक कैंट रमा नेगी, अध्यक्ष व्यापार मंडल भगवंत नेगी, हॉकी खिलाड़ी हेमंत बिष्ट, भूपेंद्र रावत, जिपं अमित पांडे, कृपाल सिंह, गोपाल सिंह देव, हीरा रावत, महेश आर्या, उमेश भट्ट, राजेंद्र बिष्ट, कमल फत्र्याल, एपी सिंह, गोपाल बिष्ट आदि मौजूद रहे। संचालन चंद्रभानु सिंह राणा व ऐली पैट्रिक ने संयुक्त रूप से किया।

================

कत्यूरकाल के नौलों को मिला मूल स्वरूप

रानीझील क्षेत्र में सीईओ ज्योति की पहल पर विधायक निधि से कत्यूरकाल के नौलों को मौलिक स्वरूप दे दिया गया है। सदाबहार नौलों के संरक्षण की अनूठी पहल से ये प्राकृतिक स्त्रोत सैलानियों को आकर्षित करेंगे।

================

'महज 7.50 लाख रुपये की विधायक निधि से ही बेहतर काम किया गया है। यह पर्यटन के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। पार्क बन जाने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। कैंट बोर्ड ने काफी अच्छा काम किया है।

- करन माहरा, विधायक'

===============

'विधायक व कैंट बोर्ड की पहल सराहनीय है। नौले को भी प्राकृतिक रूप से ही भव्य स्वरूप दिया गया है, जो शानदार है। अब यह क्षेत्र वासियों को समर्पित है। इसका ध्यान रखना होगा ताकि इसे सुंदर रखा जा सके।

- ब्रिगेडियर जीएस राठौड़, केआरसी कमाडेंट'

==============

'निश्चित रूप से इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। संस्कृति को ना भुला जा सके इसके लिए नौले को भी प्राकृतिक रूप से दुरुस्त किया गया है। विधायक का सहयोग भी सराहनीय है।

- ज्योति कपूर, सीईओ कैंट बोर्ड'


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.