मिनिस्ट्रीयल काíमकों का टोटा, कार्यों पर असर
जिले के खाद्य आपूíत विभाग में लंबे अर्से से मिनिस्ट्रीयल कर्मचारियों की कमी बनी हुई है।
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : जिले के खाद्य आपूíत विभाग में लंबे अर्से से मिनिस्ट्रीयल कर्मचारियों की कमी बनी हुई है। इसके चलते 10 माह बीतने के बाद भी अब तक जिले में महज 90 फीसद राशन कार्ड ही ऑनलाइन हो पाए हैं। अनेक कार्डधारकों के राशन कार्ड ऑनलाइन नहीं होने से उन्हें जहां राशन प्राप्त करने में दिक्कतें हो रही हैं, वहीं वर्तमान में कोरोना संक्रमण के चलते काíमकों की कमी से समय पर डाटा जुटाने समेत अन्य कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। इतना ही नहीं जिला पूíत अधिकारी का पद भी कई माह से रिक्त पड़ा हुआ है।
जिले के खाद्य आपूíत महकमे में वर्तमान में वरिष्ठ सहायक व सहायक लेखाकार का एक-एक पद, लिपिक संवर्ग में 12 स्वीकृत पदों में से 9 पद खाली चल रहे हैं। वहीं गोदामों में पल्लेदारों व चौकीदारों के भी 13 पद रिक्त पड़े हैं। इससे गोदामों में कार्य प्रभावित हो रहा है। पल्लेदारों व चौकीदारों को इसके लिए अतिरिक्त जूझना पड़ रहा है। लिपिक वर्ग में मात्र तीन ही कर्मचारी होने से उन्हें कार्य को समय निपटाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। राशनकार्ड धारकों को राशन उपलब्ध कराने के लिए जिले में कुल 1,47,480 कार्ड धारक हैं। जिसमें 90 फीसद राशन कार्ड ही ऑनलाइन हो पाए हैं। बाकी करीब 10 फीसद राशन कार्ड ऑनलाइन नहीं होने से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। खाद्य विभागीय मिनिस्ट्रीयल संगठन रिक्त पदों पर नियुक्ति की मांग लंबे समय से उठा रहा है। इसके बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है।इतना ही नहीं खाद्यान्न को जिला मुख्यालय से जिले के 22 गोदामों तक पहुंचाने में ट्रकों की कमी से भी परेशानी बढ़ रही है।
-------------
शासन व विभाग उपभोक्ताओं के हित में लगातार प्रयत्नशील है।विभाग में रिक्त पड़े पदों की सूची पूर्व में शासन को भेजी गई है। जल्द ही इस बावत एक सूची और भेजी जाएगी। राशन कार्डधारकों को समय पर खाद्यान्न वितरण हो, इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है। इस संबंध में खाद्य निरीक्षकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
-सीमा विश्वकर्मा, प्रभारी जिला पूíत अधिकारी, अल्मोड़ा