बूढ़े पुल पर क्षमता से अधिक का भार
संवाद सहयोगी चौखुटिया पहाड़ पर नेशनल हाईवे पर वाहनों का दवाब लगातार बढ़ता जा रहा ह
संवाद सहयोगी, चौखुटिया : पहाड़ पर नेशनल हाईवे पर वाहनों का दवाब लगातार बढ़ता जा रहा है, लेकिन यहां कई स्थानों में नदियों व गधेरों पर बने गार्डर मोटर पुल आज भी वर्षो पुराने हैं। आज के दौर में जिनकी भार क्षमता भी बहुत कम है। नतीजा कई पुल अब खतरे से खाली नहीं हैं। यही हाल खैरना-कर्णप्रयाग हाईवे के अंतर्गत चौखुटिया बाजार के पास रामगंगा नदी पर बने गार्डर पुल का है जो अब जर्जर हालत में पहुंच गया है। वाहनों के बढ़ते भार क्षमता से पुल कभी भी धराशाई हो सकता है।
चौखुटिया बाजार के पास रामगंगा नदी पर बना मोटर गार्डर पुल कुमाऊं व गढ़वाल को जोड़ता है। चाईना युद्ध के बाद सामरिक महत्व के मद्देनजर वर्ष 1965 में इस पुल का निर्माण हुआ। तब इसकी इसकी वाहन भार क्षमता 16.20 टन थी, लेकिन आज के दौर में वाहनों के बढ़ते दवाब के चलते यह क्षमता काफी कम है। वर्तमान में 25-30 टन वाले पॉकलैंड मशीन समेत कई भारी वाहन पुल से गुजर रहे हैं। ऐसे में कभी किसी भी खतरे से इंकार नहीं किया जा सकता है।
पुल बहुत पुराना हो चुका है तथा गार्डर कई स्थानों पर जंग खा चुके हैं। नीचे से कहीं कहीं सरिया भी दिखने लगे हैं। विभाग के इंजीनियर भी मान रहे हैं कि पुल की मियाद पुरी हो चुकी है। वाहनों के बढ़ते दवाब को पुल झेलने की स्थिति में नहीं है। ऐसे में किसी बड़े हादसे की संभावना बनी है। इस पुल से लंबी रूटों की नियमित बस सेवाएं, मिलट्री वाहन, बद्रीनाथ-केदारनाथ व हेमकुंड यात्रा वाहन भी इसी से होकर गुजरते हैं तथा निर्माण कार्य में लगी भारी मशीनें भी यहीं से निकलते हैं।
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पूर्व में हो चुकी है पुल की आंशिक मरम्मत
पुल के जर्जर हालत के मद्देनजर कार्यदायी विभाग राष्ट्रीय राजमार्ग खंड द्वारा चार वर्ष पूर्व पुल की हल्की मरम्मत की जा चुकी है। इसमें जंग लगे कई लोहे के गार्डर बदले गए हैं। इस दौरान तीन दिन तक कुमाऊं व गढ़वाल का यातायात संपर्क बाधित रहा, लेकिन पुल आज भी खतरे से खाली नहीं है।
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एक नजर पुल के स्वरूप पर
पुल का निर्माण वर्ष- 1965
पुल का स्पान - 45-5 मीटर
पुल की वाहन भार क्षमता-16.20 टन
पुल वाहन क्षमता- सिंगल वाहन
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चौखु़टिया बाजार के पास रामगंगा नदी पर बना पुल काफी पुराना हो चुका है। इससे पूर्व एक बार पुल की मरम्मत भी की जा चुकी है, लेकिन वाहन भार क्षमता कम होने से विभाग भी चिंतित है। अब यहां पर नया पुल प्रस्तावित है। इसका 5 करोड़ का प्रस्ताव भूतल परिवहन मंत्रालय दिल्ली को भेज दिया गया है। स्वीकृति के बाद शीघ्र ही यहां पर टूलेन पुल का निर्माण कार्य शुरू कर लिया जाएगा।
-पीएस नेगी सहायक अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग खंड रानीखेत
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