शार्प शूटर लखपत सिंह ने एक और आदमखोर गुलदार को किया ढेर
शार्प शूटर लखपत सिंह रावत ने एक और आदमखोर गुलदार को ढेर कर दिया है। हालांकि इस बात पर संशय है कि ये वही गुलदार है जिसने महिलाओं को अपना निवाला बनाया।
चौखुटिया (रानीखेत), जेएनएन। विकासखंड के बमनगांव में आतंक का पर्याय नरभक्षी गुलदार आखिर मारा गया। मंगलवार शाम छह से साढ़े छह बजे के बीच गुलदार के पैंतरे पर नजर रखे शार्प शूटर लखपत सिंह रावत ने आदमखोर को निशाने पर ले लिया। हालांकि अभी इस बात पर संशय बना हुआ है कि बमनगांव और दड़माड़ तोक में महिलाओं का शिकार इसी गुलदार ने किया है।
दरअसल, बीते 18 दिसंबर को अल्मोड़ा जनपद के चौखुटिया स्थित दड़माड़ गांव में घास काटने गई हीरा देवी गुलदार का शिकार हो गर्इ थी। मामला शांत भी नहीं हुआ था कि हिंसक हो उठे गुलदार ने बीती 23 दिसंबर की शाम बमनगांव की मल्ली बाखली में गोविंदी देवी का शिकार कर दिया।
उधर, वन विभाग ने गुलदार को आदमखोर घोषित कर पौड़ी जनपद से शार्प शूटर लखपत सिंह रावत को बुलवाया। बीते रोज लखपत सिंह ने गांव में डेरा जमा लिया था। सहयोग के लिए छह स्थानीय शिकारी भी मुस्तैद किए गए। इधर मंगलवार की शाम छह बजे आदमखोर गुलदार की गांव के आसपास गतिविधियां भापने के बाद शूटर लखपत ने मोर्चा संभाला। करीब आधा घंटा नरभक्षी गुलदार व शूटर लखपत सिंह के बीच पैंतरेबाजी चली। आखिर में लखपत ने उसे निशाने पर ले ढेर कर दिया।
रेंज अधिकारी हरीश खर्कवाल ने बताया कि मारे गए नरभक्षी का एक कैनाइन दांत टूटा था। साथ ही आपसी संघर्ष के कारण चोटिल गुलदार को संक्रमण भी होने लगा था। बहरहाल, नरभक्षी ढेर किए जाने के बावजूद क्षेत्र में दहशत बनी हुई है। वजह, दोनों महिलाओं को मारने वाला गुलदार यही है या अलग अलग इसकी पुष्टि न होना है।यह भी पढ़ें: फंदे में फंसा मिला गुलदार, वन विभाग ने कराया मुक्त
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