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अल्मोड़ा पुलिस कस्टडी से फरार शातिर का 48 घंटे बाद भी नहीं चला पता, जंगल की खाक छान रही पुलिस

पुलिस कस्टडी से फरार शातिर कमल सिंह का 48 घंटे बाद भी पता नहीं चल सका है। भगोड़े के जंगल-जंगल हल्द्वानी पहुंचने के कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि पुलिस अल्मोड़ा-नैनीताल जिले के पर्वतीय क्षेत्रों की खाक छान रही है। लेकिन अब तक पुलिस के हाथ खाली है।

By chandrashekhar diwediEdited By: Skand ShuklaPublished: Sun, 18 Sep 2022 12:07 PM (IST)Updated: Sun, 18 Sep 2022 12:07 PM (IST)
अल्मोड़ा पुलिस कस्टडी से फरार शातिर का 48 घंटे बाद भी नहीं चला पता, जंगल की खाक छान रही पुलिस
अल्मोड़ा से जंगलों के रास्ते 50 किमी पैदल दूरी पर है हल्द्वानी, 48 घंटे बाद भी नहीं लगा सुराग

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : 48 घंटे बाद भी शातिर भगोड़ा पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका है। भगोड़े के जंगल-जंगल हल्द्वानी पहुंचने के कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि पुलिस अल्मोड़ा-नैनीताल जिले के पर्वतीय क्षेत्रों की खाक छान रही है। लेकिन अब तक पुलिस के हाथ खाली है।

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इधर शनिवार को ऊधमसिंहनगर पुलिस ने भी मोर्चा संभाल लिया है। शातिर के अब तक नहीं पकड़े जाने से पुलिस की चिंता बढ़ गई है। वहीं भगोड़े के किसी और अपराधिक घटना के अंजाम देने का भी भय बना हुआ है।

बीते चार सिंतंबर को दन्यां क्षेत्र में एक दुकान में आग लगाने और एक बाइक चोरी करते के मामले में सोमवार को पुलिस ने आरोपित कमल सिंह ग्राम पोखरी दन्यां निवासी को गिरफ्तार किया था। आरोपित ने रंजिश में दुकान में आग लगाई थी, वहीं अपने दूसरे साथी के साथ बाइक चोरी की थी। इसके अलावा अपनी विवाहित बहन के प्रेमी को भी मारने के लिए क्षेत्र में गया था।

गिरफ्तार कर जेल भेजने के बाद बीते गुरुवार को उसे पुलिस पेशी के लिए न्यायालय लाई थी। पुलिस कार्मिकों को धक्का मार वह फरार होने में कामयाब हो गया था। देर रात तक पुलिस ने पूरे क्षेत्र में नाकाबंदी की। इधर अब 48 घंटे बीतने के बाद भी बंदी का कहीं कोई सुराग नहीं लग सका है।

शुक्रवार की रात भर पुलिस ने अल्मोड़ा, काेसी, क्वारब, लोधिया आदि स्थानों में चेकिंग की। शनिवार को भी पुलिस टीम जगह-जगह अभियान चलाती रही। इसके साथ ही नैनीताल और ऊधमसिंहनगर जिले की टीमें भी सक्रिय हैं। एसएसपी ने यहां से दूसरे जिलों के लिए रवाना टीमों को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए। इस दौरान एसओजी और पुलिस के साथ मोबाइल टीमें लगातार गश्त कर रहीं हैं।

जेल से भागना नामुमकिन तो न्यायालय से अपनाया हथकंडा

शातिर के न्यायालय में पेशी के दौरान भागने के मास्टर प्लान पूर्व निर्धारण की आशंका भी जताई जा रही है। जेल से भागने का कोई रास्ता नहीं मिलने के बाद न्यायालय को बंदी ने बेहतर रास्ता समझा। इसमें जेल से ही कोई योजना बनी होने के कयास हैं।

सोमवार को आरोपित कमल सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। मंगलवार को उसे न्यायालय में पेशकर जेल भेजा गया। इधर गुरुवार को उसे फिर कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया। जहां से वह पुलिस को धक्का मार फरार हो गया। मंगलवार की शाम से गुरुवार दोपहर तक वह जिला कारागार में बंद था। जेल में नाकाबंदी और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बाहर निकालने का कोई अवसर नहीं था।

अनुमान लगाया जा रहा है कि वह जेल पहुंचने के बाद से ही भागने की फिराक में था। जेल से भागने का कोई चारा नहीं होने से बंदी ने संभवत: न्यायालय से भागने का प्लान बनाया हो सका है। इसके लिए जेल में भी योजना तैयार होने के भी कयास लगाए जा रहे हैं। जिसके बाद वह न्यायालय से भाग गया।

एसएसपी अल्मोड़ा प्रदीप कुमार राय ने बताया कि लगातार टीमें दबिश दे रहीं हैं। अल्मोड़ा, नैनीताल के साथ ही ऊधमसिंगनगर की टीमें भी सक्रिय मोड पर है। अल्मोड़ा पुलिस भी जंगलों समेत हर संभावित क्षेत्र में खोज कर रही है।


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