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जौरासी में बिखरी लोक संस्कृति की छटा

संवाद सहयोगी, चौखुटिया: प्रवासी बंधुओं की संस्था-नवचेतना सामाजिक विकास समिति के तत्वावधान

By JagranEdited By: Published: Fri, 01 Jun 2018 11:40 PM (IST)Updated: Fri, 01 Jun 2018 11:40 PM (IST)
जौरासी में बिखरी लोक संस्कृति की छटा
जौरासी में बिखरी लोक संस्कृति की छटा

संवाद सहयोगी, चौखुटिया: प्रवासी बंधुओं की संस्था-नवचेतना सामाजिक विकास समिति के तत्वावधान में दूरस्थ क्षेत्र जौरासी में आयोजित रामलीला महोत्सव का शुक्रवार को रंगारंग कार्यक्रमों के साथ ही समापन हो गया। इस मौके पर कलाकारों की विविध मनमोहक प्रस्तुतियों ने समा बांध दिया। इससे पूर्व सुबह हवन कार्यक्रम संपन्न हुआ। नव चेतना समिति की ओर से विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया।

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मंच पर रंगारंग प्रोग्राम की शुरूआत-बंदना गीत-दैंणा है जाया भूमि का देवा हो.की प्रस्तुति से हुई। इसके बाद प्रकाश रावत व नैनी सैनी ग्रुप के कलाकारों ने उत्तराखंडी लोक संस्कृति के विविध रंग बिखेरे। इस दौरान लोक गायिका हेमा ध्यानी की गीत प्रस्तुति-घास काटुला ईजू ऊंचा डाना मां.ने खूब वाहवाही लूटी। प्रकाश रावत एंड साथियों द्वारा पेश-हीरा समधनी.गीत ने खूब धमाल मचा दिया। इसमें ख्याली सिंह व दीपा बिष्ट ने साथ दिया। मंच पर घम-घमा घम हुड़की बाजी रै.व चांदी बटना दाज्यू.जैसे अन्य गीतों पर दर्शक भी थिरकने को मजबूर हो गए। आखिर में समिति के अध्यक्ष ख्दन घुघत्याल व चंदन सिंह मेहरा ने सहयोग के लिए सभी का आभार व्यक्त किया।

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इन्होंने दिया कार्यक्रम में सहयोग

कैलाश बेलवाल, हरीश कांडपाल, मोहन सिंह रावत, नंदन सिंह रावत, कुंदन सिंह पटवाल, बलवंत सिंह बिष्ट, दुर्गा गिरि, दिनेश कांडपाल, प्रह्लाद सिंह घुघत्याल, नरेंद्र सिंह, कृपाल सिंह पटवाल, चंदन सिंह बिष्ट, तारा सिंह नेगी, लीलाधर, हरीश नेगी, बहादुर सिंह बिष्ट, जोधा सिंह व भवान सिंह आदि।


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