रोडवेज पर महंगाई की मार, एक बस में महज दो यात्री
महंगाई की मार तथा कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए लोग सार्वजनिक यात्रा करने से कतरा रहे हैं।
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : महंगाई की मार तथा कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए लोग सार्वजनिक परिवहन में यात्रा करने से कन्नी काट रहे हैं। हालांकि उत्तराखंड परिवहन निगम ने अनलॉक-1 के तहत अल्मोड़ा डिपो से चार चयनित मार्गो पर बस सेवा शुरू की है। लेकिन इसमें शारीरिक दूरी के मानकों के तहत तय सीटों से भी बहुत कम संख्या में ही यात्री सवारी कर रहे हैं। इससे परिवहन निगम को आय अर्जित करने के बजाय आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
रविवार को अल्मोड़ा से टनकपुर सेवा को छोड़कर अन्य सभी यात्रा मार्गो में यात्रियों की संख्या न्यून रही। अल्मोड़ा-हल्द्वानी मार्ग पर निर्धारित 20 सीटों में से 10, अल्मोड़ा-अटपेशिया मार्ग पर 20 में 5 तथा अल्मोड़ा-बागेश्वर बस तो महज दो सवारियों को लेकर गंतव्य को रवाना हुई। ऐसे में निगम के लिए आय अर्जित करना तो दूर डीजल का खर्चा निकालना तक मुश्किल हो रहा है। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के साथ ही बस में टिकट की मूल्य वृद्धि से लोग सार्वजनिक बस सेवा में यात्रा करने से परहेज कर रहे हैं। अत्यंत जरूरी कार्यवश अथवा निजी टैक्सियों के नहीं मिलने पर ही लोग सार्वजनिक बसों में यात्रा कर रहे हैं। पिछले तीन दिनों में रोडवेज को करीब 90 हजार के सापेक्ष महज 34,736 रुपये की आय ही अर्जित हो सकी है।
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पिछले तीन दिनों में बस संचालन से डिपो की आय
दिन लक्ष्य आय
25 जून 30 हजार 4315
26 जून 30 हजार 8780
27 जून 30 हजार 21641
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शासन व निगम के निर्देशों के अनुरूप बसों को रोज सैनिटाइज किया जा रहा है। फिलहाल चार रूटों पर ही बसों को संचालित किया जा रहा है। मैदानी तथा अन्य पर्वतीय रूटों पर बसों का संचालन शासन व निगम की नई गाइडलाइन जारी होने के बाद ही किया जाएगा।
-केसी जोशी, वरिष्ठ स्टेशन इंचार्ज