कर्मचारी हितों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : उत्तरांचल फेडरेशन ऑफ मिनिस्ट्रीयल सर्विसेज एसोसिएशन की बैठक में कर्म
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : उत्तरांचल फेडरेशन ऑफ मिनिस्ट्रीयल सर्विसेज एसोसिएशन की बैठक में कर्मचारियों की लंबित समस्याओं पर कड़ा रोष जाहिर किया गया। कहा गया कि यदि समस्याओं के निराकरण की दिशा में कारगर उपाय नहीं किया गया तो संगठन उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगा।
लोक निर्माण विभाग के सभागार में हुई बैठक में विभिन्न विभागों से पहुंचे कर्मचारियों ने विभागों में शिथिलीकरण की प्रक्रिया बहाल करने, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी व प्रशासनिक अधिकारी के कार्य दायित्व आवंटित किए जाने, इंटरसिटी बस सेवा निर्धारित समय पर चलाने के साथ ही उसमें विशेष प्रकार का हूटर लगाए जाने, एक अक्टूबर, 2005 के बाद नियुक्त कार्मिकों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ दिए जाने समेत अन्य लंबित समस्याओं के निराकरण के लिए कारगर उपाय किए जाने की मांग शासन से उठाई गई। इस मौके पर संगठन के 28 जनवरी को राज्य की राजधानी देहरादून में होने वाले प्रातीय अधिवेशन की तैयारियों पर भी चर्चा की गई। तय किया गया कि अधिवेशन में जिले के सभी 11 ब्लॉकों से कर्मचारी बढ़चढ़कर भागीदारी करेंगे। बताया गया कि अधिवेशन में नई कार्यकारिणी के गठन के साथ ही कर्मचारियों की ज्वलंत समस्याओं पर विस्तार से चर्चा कर आगामी रूपरेखा तैयार की जाएगी। अध्यक्षता सीएस नैनवाल तथा संचालन पुष्कर सिंह भैसाड़ा ने किया। इस मौके पर प्रमुख रूप से धीरेंद्र के पाठक, श्याम एस रावत, चंद्रमणी भट्ट, सीएस बोरा, राजेंद्र वर्मा, मनीष पंत, रमेश सी पाडे, रमेश तिवारी समेत विभिन्न विकास खंडों से पहुंचे कर्मचारी शामिल थे।