Move to Jagran APP

ठिठुरती ठंड में कैदियों को मिलेगा गरम पानी

राहुल पांडेय, अल्मोड़ा अल्मोड़ा जेल में बंद कैदियों के लिए अच्छी खबर है। उन्हें अब हांड कं

By JagranEdited By: Published: Tue, 13 Nov 2018 11:00 PM (IST)Updated: Tue, 13 Nov 2018 11:00 PM (IST)
ठिठुरती ठंड में कैदियों को मिलेगा गरम पानी
ठिठुरती ठंड में कैदियों को मिलेगा गरम पानी

राहुल पांडेय, अल्मोड़ा

loksabha election banner

अल्मोड़ा जेल में बंद कैदियों के लिए अच्छी खबर है। उन्हें अब हांड कंपाने वाली डंड में ठंडे पानी से नहीं नहाना पड़ेगा। इसके लिए राज्य सरकार ने जेल में दो लाख से अधिक धनराशि से एक हजार ली. क्षमता का सोलर पॉवर ही¨टग वाटर प्लांट लगने जा रही है। वहीं खस्ताहाल बैरकों की भी हालत सुधारने के लिए कवायद तेज हो गई है।

अल्मोड़ा की ऐतिहासिक जिला जेल की स्थापना अंग्रेजों के जमाने में वर्ष 1872 में की गयी थी। इस जेल में पूर्व प्रधानमंत्री स्व.जवाहरलाल नेहरू, पं. गो¨वद बल्लभ पंत, खान अब्दुल गफ्फार खां जैसे स्वतंत्रता सेनानी के रूप में कैद रह चुके हैं। इस ऐतिहासिक जेल में प्रशासन जल्द ही लगभग दो लाख की लागत से एक हजार ली. क्षमता का एक सोलर पॉवर वाटर ही¨टग प्लांट लगाने जा रहा है। इससे जेल में बंद 179 कैदियों को पीने व नित्य प्रयोग के लिए ठंड में गुनगुना पानी नसीब होगा। इससे उन्हें काफी राहत मिलेगी।

-------------

बैरकों की भी सुधरेगी स्थिति

जेल में वर्तमान में कुमाऊं पिथौरागढ़, चंपावत, बागेश्वर व अल्मोड़ा के पुरुष व महिला कैदियों को रखा जा रहा है। जेल में कहने को पांच पुरूष व दो महिला बैरकें हैं। जिसमें तीन पुरुष व एक महिला बैरक ही कैदियों को रखने लायक बची है। इससे जिस बैरक में 24 कैदी रखे जाते थे उसमें 93 कैदियों को रखना प्रशासन की मजबूरी बन गई है। महानिरीक्षक कारागार डॉ. पीवीके प्रसाद ने जेल की इस समस्या को गंभीरता से लिया है। उन्होंने जेल प्रशासन को सातों बैरकों को तत्काल दुरस्त कराने के निर्देश दिए। जिस पर काम शुरू हो गया है।

............

अल्मोड़ा जेल ऐतिहासिक जेल रही है। आईजी जेल ने इसकी खस्ता हालत को गंभीरता से लिया है। जिनके आदेशों का पालन करते हुए जेल में कमियों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।

-एसके सुखीजा, जेल अधीक्षक, अल्मोड़ा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.