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शावकों के साथ गुलदार की धमक से ग्रामीणों में खौफ

अल्मोड़ा में रानीखेत तहसील के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों गुलदार का आतंक बना हुआ है। अकसर गांवों में गुलदार अपने शावकों के साथ देखे जाने से दहशत का माहौल बना हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 17 Nov 2019 11:08 PM (IST)Updated: Sun, 17 Nov 2019 11:08 PM (IST)
शावकों के साथ गुलदार की धमक से ग्रामीणों में खौफ
शावकों के साथ गुलदार की धमक से ग्रामीणों में खौफ

संवाद सहयोगी, रानीखेत : तहसील के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों गुलदार का आतंक बना हुआ है। अब तक कई मवेशियों को अपना शिकार बना चुके गुलदार के भय से जहां लोग बच्चों को स्कूल भेजने से कतराने लगे हैं वहीं महिलाएं खेतों व जंगल में चारा घास को जाने से डर रही हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से प्रभावित परिवारों को मुआवजा देने तथा गुलदार के आतंक से निजात दिलाने की गुहार लगाई है।

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तहसील के द्वारसौं क्षेत्र से सटे कारखेत, मनबजूना, उरोली, तुरकौड़ा आदि गांवों में गुलदार की धमक ग्रामीणों के लिए जी का जंजाल बन गई है। ग्रामीणों का कहना है कि गुलदार अपने बच्चों के साथ दिन में ही खेतों व आबादी के आसपास दिखाई दे रहा है। जिस कारण लोग बच्चों को स्कूल भेजने तथा अकेले इधर उधर आने जाने से कतराने लगे हैं। ग्राम प्रधान उरोली विनीता बोरा का कहना है कि गुलदार इतना निडर हो गया है कि दिन में ही बच्चों के साथ द्वारसौं काकड़ीघाट रोड पर विचरण कर रहा है। बताया कि गुलदार अब तक तुरकौड़ा निवासी पनी राम की गाय, श्याम लाल की दो तथा बालकिशन की एक बकरी को अपना निवाला बना चुका है। ग्रामीण मोहन सिंह, जशोद सिंह, पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह, लछम सिंह, कै. कुंदन सिंह, मदन सिंह आदि ने वन विभाग से प्रभावित परिवारों को मुआवजा देने तथा गुलदार के आतंक से निजात दिलाने को पिंजड़ा लगाने की मांग की है।


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