डीएफओ साहब, गुलदार के आतंक से दिला दो निजात
रानीखेत के कई गावों में दिन दहाड़े शावक के साथ आबादी के आसपास गुलदार की धमक से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने डीएफओ से मिल आतंक से निजात दिलाने की मांग की।
संवाद सहयोगी, रानीखेत : दिन दहाड़े शावक के साथ आबादी के आसपास गुलदार की धमक से ग्रामीणों का खौफ थमने का नाम नहीं ले रहा है। दहशतजदा ग्रामीणों ने प्रभागीय वनाधिकारी कार्यालय पहुंच गुलदार के आतंक से निजात दिलाने की गुहार लगाई। आशंका जताते हुए कहा कि शीघ्र कार्रवाई न की गई तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
बताते चलें के द्वारसौं क्षेत्र के मनबजूना, कारखेत, उरोली व तुरकौड़ा गांवों में इन दिनों मवेशीखोर गुलदार का आतंक बना हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि गुलदार इतना निडर हो गया है कि दिन में ही अपने शावकों के साथ द्वारसौं काकड़ीघाट रोड विचरण कर रहा है। जिस कारण लोगों में दहशत है। डीएफओ को सौंपे ज्ञापन में ग्राम प्रधान विनीता बोरा ने कहा है कि गुलदार अब तक कई पशुपालकों के मवेशियों को अपना शिकार बना चुका है और अब दिन में ही खेतों के आसपास दिखाई दे रहा है। कहा है कि गुलदार के आतंक से जहां अभिभावक बच्चों का स्कूल भेजने से कतराने लगे हैं वहीं शाम होते ही अपने घरों में दुबकने को मजबूर हैं। उन्होंने गुलदार के आतंक से निजात दिलाने को गांव में पिंजरा लगाने की मांग की है। ज्ञापन में पूर्व शिक्षक मोहन सिंह बोरा, पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह, गणेश बोरा, मदन सिंह, जशोद सिंह, मीना बिष्ट, भगवती बोरा, किशन सिंह, राधा देवी आदि ने हस्ताक्षर किए हैं।