मदद को हाथ बढ़ाने वाला पूर्व सैनिक खुद धोखाधड़ी का शिकार!
संवाद सहयोगी, द्वाराहाट : परिचित व्यक्ति के रिश्तेदार की परेशानी दूर करने चला बहादुर राम ख
संवाद सहयोगी, द्वाराहाट : परिचित व्यक्ति के रिश्तेदार की परेशानी दूर करने चला बहादुर राम खुद ही धोखाधड़ी का शिकार हो गया। तीन वर्ष पूर्व दी गई नौ लाख की रकम के लिए दर दर की ठोकरें खाईं। गत जुलाई में साढ़े चार लाख के दो चेक बमुश्किल मिले भी तो वह बाउंस हो गए। अब शिकायतकर्ता ने एससी एसटी आयोग की शरण ली है।
राजस्व क्षेत्र कफड़ा के धौलाड़गूठ गाव निवासी बहादुर राम के अनुसार उसने वर्ष 2015 में मुसीबत के वक्त नरसिंह बाड़ी अल्मोड़ा निवासी वीरेंद्र सिंह कार्की को नौ लाख रुपये मदद के तौर पर दिए। आरोप है कि बाद में वीरेंद्र स्पये लौटाने के नाम पर टालमटोल करने लगा। तब उसके रिश्तेदार प्रताप सिंह किरौला के कहने पर वीरेंद्र ने दो किस्तों में रुपये लौटाने का आश्वासन दिया।
साथ ही लिखित समझौता हुआ कि चार लाख बीती 23 अप्रैल, शेष पाच लाख स्पये 30 जुलाई को लौटाए जाएंगे। मगर स्पये नहीं मिले। संपर्क करने पर वीरेंद्र ने बीती 30 जुलाई को पीएनबी की दो चेक दिए। बहादुर राम के मुताबिक दोनों चेक स्पये अपने खाते में जमा कराने के लिए एसबीआई कफड़ा शाखा में लगाए। आरोप है कि वीरेंद्र के खाते में स्पये ही नहीं थे। बहादुर राम ने चेक बाउंस होने को धोखाधड़ी करार देते हुए एससी एसटी आयोग से न्याय की गुहार लगाई है।
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आरोपित ने दी सफाई
आरोपित वीरेंद्र ने माना कि नौ लाख स्पये उधार लिए थे। दो ब्लैंक चेक यह कहकर दिए थे कि जब रकम बैंक से निकालनी हो तो व्यवस्था कर दी जाएगी। मगर शिकायतकर्ता ने बैंक जाने की सूचना ही नहीं दी। कहा कि स्पये जल्द लौटा दिए जाएंगे।
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