पांच प्रस्ताव आए, तीन मानक से बाहर, दो में विवाद
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा: नये राजस्व ग्राम बनाने की कवायद शुरू हो गई है। जिले में अब तक ऐसे सि
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा: नये राजस्व ग्राम बनाने की कवायद शुरू हो गई है। जिले में अब तक ऐसे सिर्फ पांच गांवों के प्रस्ताव आए। मगर इनमें से तीन मानक पूरे नहीं करते और दो अन्य में विवाद खड़ा हो गया है। दूसरी ओर कुमाऊं आयुक्त राजीव रौतेला ने नये राजस्व ग्रामों के प्रस्ताव मांगे हैं। आयुक्त रौतेला ने मंगलवार को वीडियो कांफ्रें¨सग के जरिये बैठक लेकर कुमाऊं के जिलों में नये राजस्व ग्राम बनाने के कार्य की समीक्षा की।
वीडियो कांफ्रें¨सग के दौरान आयुक्त ने जिलाधिकारियों से कहा कि प्रस्तावों का भली-भांति परीक्षण कर लिया जाए और इसके बाद इन प्रस्तावों को कमिश्नरी भेजा जाए। उन्होंने कहा कि उप जिलाधिकारी संबंधित गांवों का ग्रामसभा की खुली बैठक कराएंगे और इन बैठकों में ग्राम प्रधान स्तर से लेकर विधायक व मंत्री स्तर तक के लोगों को आमंत्रित किया जाए। इन प्रस्तावों में ग्रामीणों की आम सहमति आवश्यक है। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि जो गांव मानक पूरा नहीं करते, वहां उप जिलाधिकारी स्वयं जाएंगे और स्पष्ट करेंगे किन कारणों से संबंधित ग्राम राजस्व ग्राम नहीं बन सकता, ताकि ग्रामीणों को कोई भ्रांति नहीं रहे। इसके अलावा जहां विवाद है, वहां उप जिलाधिकारी संबंधित विधायक के साथ संयुक्त बैठक कर मामले का परीक्षण करेंगे और लोगों की राय जानकर 15 दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट देंगे। वीडियो कांफ्रें¨सग के दौरान जिलाधिकारी नितिन भदौरिया ने बताया कि अल्मोड़ा जनपद में अभी तक नये राजस्व गांवों के लिए पांच प्रस्ताव आए हैं। इनमें से तीन प्रस्तावों के परीक्षण में पाया गया कि वे गांव राजस्व ग्राम का मानक पूरा नहीं करते। जबकि अन्य दो प्रस्तावों में आपत्तियां दर्ज होने से विवाद की स्थिति बन गई है। वीडियो कांफ्रें¨सग में अपर जिलाधिकारी केएस टोलिया, पटल सहायक भगवती भाकुनी, अब्दुल रिजवान आदि शामिल थे।