श्रमिकों में उबाल, उग्र आंदोलन की चेतावनी
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : पांच माह के लंबित वेतन तथा ईपीएफ का भुगतान करने की मांग को लेक
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : पांच माह के लंबित वेतन तथा ईपीएफ का भुगतान करने की मांग को लेकर आल्पस दवा कंपनी के श्रमिक संगठन का आंदोलन सातवें दिन भी जारी रहा। सभा में शासन व प्रशासन को चेताया कि यदि 20 जनवरी तक समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो 21 जनवरी से अनशन शुरू कर दिया जाएगा।
दवा कंपनी के दर्जनों श्रमिक गुरुवार को स्थानीय चौघानपाटा में एकत्रित हुए उन्होंने अपनी मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन किया। साथ ही जोरदार नारेबाजी कर अपने गुस्से का इजहार किया। कहा गया कि श्रमिक पिछले एक सप्ताह से अपनी मांगों को लेकर धरना व प्रदर्शन कर रहे हैं, इसके बाद भी उनकी कोई सुध नहीं ली गई है, जिससे श्रमिकों में दिन दूना तथा रात को चौगुना आक्रोश बढ़ता जा रहा है। सर्वसम्मति से तय किया गया कि यदि 20 जनवरी तक समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो श्रमिक आगामी 21 जनवरी से क्रमिक अनशन शुरू कर देंगे। यह क्रम 25 जनवरी तक चलेगा, यदि इसके बाद भी तंत्र नहीं जागा तो 26 जनवरी से भूख हड़ताल शुरू कर दी जाएगी। यह भी तय हुआ कि क्रमिक अनशन व भूख हड़ताल में महिलाओं की भागीदारी अधिक रहेगी। धरना -प्रदर्शन में पूरन भंडारी, शेखर जोशी, महेंद्र बिष्ट, अनिल कुमार, विनोद पाटनी, कविता साह, बबीता रानी, रीता आर्या, शीला साह, ममता भंडारी, मंजू बिष्ट तथा इंदू आर्या आदि बैठे। इधर श्रमिकों के आंदोलन को जन अधिकार मंच के त्रिलोचन जोशी, कुमाऊं मंडल विकास निगम कर्मचारी महासंघ के प्रकाश उनियाल, नगर पालिका कर्मचारी संघ के भूपेंद्र जोशी, उपपा के पीसी तिवारी, उक्रांद के दीवान बनौला आदि ने समर्थन दिया है।