अल्मोड़ा के शिक्षा विदों ने कहा परीक्षा रद अथवा स्थगित होना सामान्य प्रक्रिया
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से संचालित 10वीं की परीक्षा रद होने के बाद अल्मोड़ा जिले के शिक्षाविदों ने इसे सामान्य प्रक्रिया बताया।
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से संचालित 10वीं की परीक्षा रद होने तथा 12वीं की परीक्षा स्थगित होने से छात्र-छात्राएं निराश हैं। उनका कहना है कि परीक्षा के लिए उन्होंने इस बार ऑनलाइन व ऑफलाइन माध्यम से तैयारी की थी।
नगर के शारदा पब्लिक स्कूल के 10वीं के छात्र दीपा जोशी तथा सिद्धि भंडारी का कहना है कि उन्होंने कोरोना काल के बावजूद काफी तैयारी की थी। वहीं, इंटर के छात्र जीतेंद्र लोहनी तथा प्रकृति लटवाल का कहना है कि वह चार मई की डेटशीट के हिसाब से ही समय प्रबंधन के साथ तैयारी में जुटे रहे। उनका कहना है कि परीक्षा स्थगन का असर आगामी प्रतियोगितात्मक परीक्षाओं पर भी पड़ेगा।
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परीक्षा रद होने तथा स्थगित होने का असर कम अथवा ज्यादा पढ़ने वाले दोनों प्रकार के विद्यार्थियों पर पड़ा है। परीक्षा रद होना अथवा स्थगित होना सामान्य प्रक्रिया है। पहले जिंदगी है और उसके बाद परीक्षा। केंद्र सरकार ने बुद्धिजीवियों व शिक्षाविदों से परामर्श के बाद ही इस प्रकार का निर्णय लिया होगा। ज्यादा चिंता किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ें। पढ़ाई जारी रखें।
- प्रो. मधुलता नयाल, मनोविज्ञान विभाग, एसएसजे कैंपस
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हाईस्कूल के विद्यार्थियों को निराश होने की आवश्कता नहीं है। उन्होंने जो पढ़ाई की है, वह उनके भविष्य के किसी न किसी क्षेत्र में जरूर काम आएगी। वहीं इंटर के परीक्षार्थी पूरे मनोयोग के साथ अपनी तैयारी जारी रखें। सकारात्मक विचारों के साथ आगे बढ़ें।
-विनीता लखचौरा, प्रधानाचार्य शारदा पब्लिक स्कूल
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परीक्षार्थियों को सरकार के इस निर्णय पर निराश होने की कोई जरूरत है। स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन है। वर्तमान में देश में बढ़ रहे कारोना संक्रमितों के दृष्टिगत छात्र हित में सरकार ने यह फैसला लिया है। छात्र पूरे मनोयोग के साथ अपनी पढ़ाई जारी रखें।
-डा. मनोज चौधरी, प्रधानाचार्य, होली एंजिल पब्लिक स्कूल
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कोरोना को देखते हुए सरकार ने सही निर्णय लिया है। विद्यार्थियों ने पूरे वर्ष मेहनत की है। 10वीं के विद्यार्थी अगली कक्षा में जाने के लिए सक्षम हैं। स्कूल की ओर से समय-समय पर लिए गए टेस्ट में उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है। वहीं 12वीं के छात्र अपनी पढ़ाई जारी रखें।
-डा. माला तिवारी, प्रधानाचार्य, केंद्रीय विद्यालय।