कर्मचारी समन्वय मंच ने दिया धरना
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : उत्तराखंड अधिकारी-कर्मचारी समन्वय मंच ने लंबे समय से समस्याओं के प्र
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : उत्तराखंड अधिकारी-कर्मचारी समन्वय मंच ने लंबे समय से समस्याओं के प्रति अनदेखी से अब शासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। चरणबद्ध आंदोलन के क्रम में बुधवार को अधिकारियों व कर्मचारियों ने यहां स्थानीय चौघानपाटा में एकत्रित होकर धरना दिया। कहा कि कर्मचारियों के हितों की अनदेखी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके लिए मंच का संघर्ष अभियान जारी रहेगा। धरना व सभा के बाद डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया।
अपनी लंबित समस्याओं के निराकरण की मांग को लेकर कर्मचारियों ने स्थानीय गांधी पार्क में नारेबाजी कर रोष जताया। इस मौके पर हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि कार्मिकों को केंद्र के समान समस्त भत्ते व तत्काल अनुमन्य किए जाने, पूरे सेवाकाल में कम से कम तीन पदोन्नतियां दिए जाने, शिथिलीकरण की पूर्ववर्ती व्यवस्था को यथावत रखने, एक अक्टूबर 2005 के बाद नियुक्त कार्मिकों के लिए पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने समेत अन्य समस्याओं के निराकरण की मांग लंबे समय से की जा रही है, इसके बाद भी अब तक कार्मिकों की कोई सुध नहीं ली गई है। तय किया गया कि आगामी 15 जनवरी से 31 जनवरी तक विभिन्न कार्यालयों में समस्याओं के संदर्भ में जनजागरण अभियान चलाया जाएगा। यदि इसके बाद भी कर्मचारियों की लंबित मांगों की कोई सुध नहीं ली गई तो मंच के पदाधिकारी व सदस्य 4 फरवरी को देहरादून में सचिवालय का घेराव करेंगे। सभा की अध्यक्षता चंद्रमणी भट्ट तथा संचालन मंच के संयोजक सचिव पुष्कर सिंह भैसोड़ा ने किया। इस मौके पर धीरेंद्र कुमार पाठक, रमेश चंद्र पांडेय, पीएस बोरा, श्याम सिंह रावत, रमेश चंद्र सिंह मेहरा, सीएस नैनवाल, विनोद कांडपाल, भुवन जोशी, मनीष पंत, एएनएस रजवार, प्रकाश त्रिपाठी आदि शामिल रहे।