आज जांच टीम पहुंचने की संभावना
संवाद सूत्र, भिकियासैंण : युवा व होनहार शिक्षक की मौत ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख
संवाद सूत्र, भिकियासैंण : युवा व होनहार शिक्षक की मौत ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया है। सभी सदमे में हैं। परिजनों को ढांढस देने लोगों का आने का सिलसिला जारी है। रविवार को सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. प्रमोद नैनवाल ने भी घर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दी। इस दौरान उन्होंने दूरभाष पर स्वाइन फ्लू जांच के संबंध में मुख्य चिकित्साधिकारी अल्मोड़ा से वार्ता की। उन्होंने आज 23 अप्रैल को जांच टीम भेजने का आश्वासन दिया है।
विदित हो कि युवा शिक्षक व रिसर्च स्कॉलर रोशन नैनवाल की बीते एक अप्रैल को बुखार की शिकायत हुई तथा उन्होंने वायरल फीवर मानकर स्थानीय डॉक्टरों से दवा ली, लेकिन बुखार नहीं उतरा तो 6 अप्रैल को जांच कराई तो टायफाइड पॉजीटिव बताया गया। हालत में सुधार न आने पर परिजन उन्हें रानीखेत ले गए। जहां हालत बिगड़ते देख चिकित्सकों ने उन्हें हल्द्वानी रेफर कर दिया। फिर बरेली ले जाया गया, लेकिन सही उपचार न मिल पाने से 13 अप्रैल को रोशन की मौत हो गई। चूंकि परिवार भिकियासैंण बाजार में रहता है, इसलिए घर में ही क्रिया संस्कार किया जा रहा है। परिजनों का कहना है कि परिवार के सदस्यों की स्वाइन फ्लू संबंधी जांच करने के बजाय सीएचसी की टीम ने मामूली जांच कर अपना पल्ला झाड़ लिया है। उनकी मांग है कि संक्रमण की संभावना के चलते परिवार के सभी सदस्यों की जांच की जाए। सीएचसी के डॉक्टर पियूष रंजन का कहना है कि मामला गैरसैंण का है तथा स्वाइन फ्लू की जांच स्पेशल टीम द्वारा की जाती है। यह सुविधा स्थानीय स्तर पर नहीं है।