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हाई कोर्ट के आदेश की अवहेलना

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : शहर में बेस अस्पताल में मरीजों के लिए डायलिसिस मशीन शुरू करान

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Sep 2018 05:30 PM (IST)Updated: Wed, 19 Sep 2018 05:30 PM (IST)
हाई कोर्ट के आदेश की अवहेलना
हाई कोर्ट के आदेश की अवहेलना

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : शहर में बेस अस्पताल में मरीजों के लिए डायलिसिस मशीन शुरू कराने को लेकर बीती 21 फरवरी को सामाजिक कार्यकर्ता नवाज खान ने एक याचिका दायर की थी। जिसमें हाईकोर्ट नैनीताल ने सुनवाई करते हुए बेस अस्पताल प्रबंधन सहित राज्य सरकार के स्वास्थ्य सचिव परिवार कल्याण, महानिदेशक स्वास्थ्य परिवार कल्याण व मुख्य चिकित्साधिकारी सहित डीएम अल्मोड़ा को सात माह के अंदर डायलिसिस मशीन शुरू कराने के निर्देश दिए थे। लेकिन डायलिसिस सेवा नहीं शुरू हो सकी। इसको लेकर अब सामाजिक कार्यकर्ता व याचिकाकर्ता नवाज खान इन सभी प्रतिवादियों के खिलाफ हाईकोर्ट में अवमानना याचिका दायर करेंगे।

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बुधवार को पत्रकार वार्ता में डायलिसिस मशीन को लेकर अब तक बेस अस्पताल प्रबंधन की तरफ से की जा रही कार्रवाई पर एनटीडी निवासी याचिकाकर्ता नवाज खान ने जानकारी दी। उनका कहना था कि मामले में डायलिसिस की सुविधा न मिलने से बीते सात माह में करीब आधा दर्जन से अधिक किडनी के मरीजों ने अपनी जान गंवा चुके हैं। डायलिसिस मशीन आ गई है लेकिन सीएमओ डॉ. विनीता साह रोज-रोज नए बहाने बना रही हैं। उन्होंने कहा कि एक या दो दिन के अंदर वह नैनीताल हाईकोर्ट में सचिव चिकित्सा, महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, सीएमओ अल्मोड़ा के खिलाफ मानहानि का वाद दायर करेंगे। मालूम हो कि हाईकोर्ट की तरफ से डायलिसिस मशीन शुरू कराने को लेकर जस्टिस केएम जोसेफ व जज शरद कुमार शर्मा की बेंच ने सुनवाई की थी। अपने आदेश में साफ कहा था कि एडिशनल सेक्रेटरी डायलिसिस मशीन शुरू कराने में आ रही समस्याओं को दूर कर जानकारी दें। हर हाल में सात माह के अंदर इसको शुरू कराएं। पत्रकार वार्ता में सामाजिक कार्यकर्ता गौरव जायसवाल भी मौजूद रहे।

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2006 में ही खरीदी गई डायलिसिस मशीन बनी कबाड़

बेस अस्पताल में 2006 में डायलिसिस मशीन करीब एक करोड़ 10 लाख रुपये की लागत से खरीदी गई थी। लेकिन इसको चलाने के लिए तकनीकी स्टाफ तत्कालीन सरकार मुहैया न करा सकी। इसके बाद यह मशीन अपनी बदहाल स्थिति में पहुंचकर कबाड़ हो गई। किडनी की बीमारियों से ग्रस्त मरीजों को इलाज के लिए हल्द्वानी जाकर इलाज कराना पड़ रहा है। अल्मोड़ा जिले के अतिरिक्त बागेश्वर, पिथौरागढ़, चंपावत जिलों के मरीजों को भी एक आसा की किरण इस डायलिसिस मशीन से बंधी लेकिन यह टूट गई। अब मौजूदा समय में बेस अस्पताल में प्रबंधन का कहना है कि नई डायलिसिस मशीन आ गई है लेकिन तकनीकी स्टाफ इसको चलाने की ट्रे¨नग लेने गया है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी इसे शुरू कराने में नाकाम साबित हो रहा है।

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सही जवाब नहीं दे सकीं सीएमओ

इस संबंध में पूछने पर सीएमओ डॉ. विनीता साह ने कहा कि कोशिश है कि डायलिसिस मशीन जल्द शुरू हो जाए। कब तक शुरू होगी इस बात पर वह कोई सटीक जवाब नहीं दे सकीं। हाईकोर्ट की अवमानना होने को लेकर पूछने पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।

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डायलिसिस मशीन आ गई है। तकनीकी स्टॉफ और डॉक्टर नहीं हैं मिलने के बाद मशीन शुरू करा दी जाएगी। अगर कोर्ट में याचिका दायर की जाएगी तो कोर्ट से समय मांग लिया जाएगा।

-नितिन कुमार भदौरिया, डीएम, अल्मोड़ा


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