मांगों को लेकर राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ मुखर, कहा-पुरानी पेंशन बहाली जल्द न हुई तो करेंगे आंदोलन
अल्मोड़ा के द्वाराहाट में नई शिक्षा नीति के तहत प्रारंभिक शिक्षा को सुदृढ़ किए जाने समेत पुरानी पेंशन बहाली को उत्तराखंड प्राथमिक शिक्षक संघ मुखर हो उठा है। कार्रवाई न होने पर उग्र आंदोलन को चेताया।
संवाद सहयोगी, द्वाराहाट : नई शिक्षा नीति के तहत प्रारंभिक शिक्षा को सुदृढ़ किए जाने समेत करीब डेढ़ दशक से पुरानी पेंशन योजना को अभी तक बहाल नहीं किए जाने पर गुरुजनों में आक्रोश पनपने लगा है। शिक्षक संघ ने शासन प्रशासन पर मांगों पर सार्थक कार्रवाई न किए जाने पर रोष जताते हुए सड़क पर उतरने की चेतावनी दी है।
उत्तराखंड राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ की बैठक में शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं पर मंथन किया गया। वक्ताओं ने कहा कि वर्ष 2006 से लगातार आवाज उठाने के बावजूद अभी तक पुरानी पेंशन बहाल नहीं कर उनकी उपेक्षा की जा रही है। इसके अलावा नई शिक्षा नीति के तहत शिक्षक विरोधी प्रावधानों को हटाने, छठे व सातवें वेतनमान की अनुशसाओं के विसंगतियों को दूर कर सभी शिक्षकों को एक जनवरी 2016 से एक समान वेतन दिए जाने, सभी अनुबंधित, पैरा, शिक्षा सहायकों, गण शिक्षकों को 2021 से पूर्व समायोजित करने का मामला भी जोर शोर से उठाया। कहा गया कि न्यायसंगत मागों को दरकिनार करना अब बर्दास्त नहीं किया जाएगा। दो टूक चेतावनी दी शीघ्र मांगों पर सार्थक कार्रवाई नहीं की गई तो सड़क पर उतर आंदोलन किया जाएगा। बाद में मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। अध्यक्षता निरंजन कुमार व संचालन रमेश लाल वर्मा ने किया। बैठक में दयाल सिंह, कमलेश बिष्ट, दीपक रेखाड़ी, सज्जन राम, सरोज लाल, गीता कन्नौजिया, अंजू साह, वीरेंद्र सिंह, दयाकृष्ण जोशी आदि मौजूद रहे।