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अल्मोड़ा में तैनात सिपाही की मौत, बुझा घर का चिराग

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी/अल्मोड़ा : अल्मोड़ा जिले के एसएसपी की समन सेल में तैनात सिपाही की हल्

By JagranEdited By: Published: Fri, 27 Apr 2018 10:50 PM (IST)Updated: Fri, 27 Apr 2018 10:50 PM (IST)
अल्मोड़ा में तैनात सिपाही की मौत, बुझा घर का चिराग
अल्मोड़ा में तैनात सिपाही की मौत, बुझा घर का चिराग

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी/अल्मोड़ा : अल्मोड़ा जिले के एसएसपी की समन सेल में तैनात सिपाही की हल्द्वानी निवासी मौसा के घर पर मौत हो गई। सुबह परिवार वालों ने सिपाही को जगाने की कोशिश की तो वह अचेत मिला। प्रथम दृष्टया दिल का दौरा पड़ने से मौत की संभावना है। सिपाही अपनी वृद्ध मां का इकलौता सहारा था। उसकी दो बहनें विवाहित हैं।

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सितारगंज के सिसौना का रहने वाला 28 वर्षीय राकेश नेगी पुत्र स्व. त्रिलोक सिंह नेगी मूल रूप से नैनीताल जिले के पहाड़पानी का निवासी था। वह अल्मोड़ा जिले के एसएसपी कार्यालय में समन सेल में तैनात था। राकेश समन तामील कराने के लिए दिल्ली गया था। बीती 24 अप्रैल को वह हल्द्वानी आया। यहां एक विवाह समारोह में भी शामिल हुआ। गुरुवार शाम वह हल्दूपोखरा, रामपुर रोड में रहने वाले मौसा नैन सिंह दरम्वाल के घर रुका और रात में आइपीएल देखने के बाद सोने चला गया। सुबह करीब साढ़े पांच बजे काफी देर तक मोबाइल बजने पर परिवार वालों ने राकेश को जगाने की कोशिश की। उसे अचेत अवस्था में देख परिवार में हड़कंप मच गया। रिश्तेदार उसे लेकर तुंरत एसटीएच पहुंचे। यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

एसटीएच प्रशासन की सूचना पर मेडिकल कॉलेज पुलिस ने जवान के शव का पोस्टमार्टम कराया। एसएसपी अल्मोड़ा पी रेणुका देवी ने बताया कि राकेश वर्ष 2011 में पुलिस में भर्ती हुआ था। सिपाही को समन तामील कराने के लिए भेजा गया था। उसे शुक्रवार को वापस अल्मोड़ा लौटना था। उसके लौटने के बजाय आकस्मिक मृत्यु की दु:खद खबर पहुंची है।

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मामा के घर पला-बढ़ा था राकेश

सिपाही राकेश के पिता स्व. त्रिलोक सिंह नेगी निजी स्कूल में शिक्षक थे और कोचिंग भी कराते थे। मामा महिपाल सिंह ने बताया कि जिस समय जीजा त्रिलोक सिंह की मृत्यु हुई, राकेश मात्र तीन-चार साल का था। बचपन से ही वह मामा के घर पलकर बढ़ा हुआ। वर्ष 2011 में राकेश की पुलिस महकमे में नौकरी लगी तो बूढ़ी मां का सपना पूरा हुआ। बेटे की मौत ने मां की जिंदगी में फिर अंधेरा कर दिया है।

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रात एक बजे तक ऑनलाइन था राकेश

परिजनों के मुताबिक उसके मोबाइल के वाट्सएप में लास्ट सीन करीब एक बजे का दिखा रहा था। इससे संभावना है कि रात करीब 12 बजे तक आइपीएल देखने के बाद राकेश ने सोशल साइट पर एक बजे तक दोस्तों या रिश्तेदारों के साथ बातचीत की होगी।


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