एनएच पर मंडराता खतरा, दे रहा है हादसों को दावत
ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने वाले मोटर मार्ग तो खस्ताहाल हैं ही अब राष्ट्रीय राजमार्ग भी बदहाल हो चुके हैं।
संवाद सहयोगी, रानीखेत : ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने वाले मोटर मार्ग तो खस्ताहाल हैं ही अब राष्ट्रीय राजमार्ग पर आवाजाही करना खतरे से खाली नहीं है। खस्ताहाल घिघारीखाल द्वाराहाट हाईवे पर जगह-जगह बने गड्ढे खतरों को दावत दे रहे हैं।
सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण घिघारीखाल द्वाराहाट हाईवे जगह-जगह खस्ताहाल हो चुका है। बरसाती नाली के अभाव में हाईवे कई स्थानों पर कटाव की जद में है। जिससे आवाजाही करने वाले वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं दुर्घटना का खतरा भी बना हुआ है। तीखे मोड़ों पर खस्ताहाल सड़क से खतरा दोगुना हो जा रहा है। गगास पुल के समीप गढ्डे दुर्घटना को दावत दे रहे हैं। कई बाइक सवार रपट कर चोटिल भी हो चुके हैं। बावजूद संबंधित विभाग सुध नहीं ले रहा। कई स्थानों पर हाईवे से सटे विशालकाय चीड़ के पेड़ गिरताऊ हालत में पहुंच चुके हैं। खोखले हो चुके पेड़ों के कभी भी किसी वाहन के ऊपर गिरने से बड़ा हादसा हो सकता है। सुरक्षा को बने क्त्रश बैरियर भी देखरेख के अभाव में बदहाल है। वाहन चालकों ने जल्द हाईवे को दुरुस्त किए जाने की माग उठाई है।
==================
'घिघारिखाल से गगास तक 12 किमी तक सुरक्षात्मक कायरें के साथ डामरीकरण के लिए करीब आठ करोड़ रुपये का प्रस्ताव केंद्रीय सड़क व भूतल मंत्रालय को भेजा गया है। जल्द स्वीकृति मिलने की उम्मीद है। स्वीकृति मिलते ही कार्य शुरु करवाया जाऐगा।
- एमपीएस कालाकोटी, ईई एनएच