खतरनाक खाई पार कर आतंकी ठिकानों पर सेंध
संवाद सहयोगी, रानीखेत : अतिविकसित व अत्याधुनिक तकनीक वाले हथियारों के संचालन बाद भारत
संवाद सहयोगी, रानीखेत : अतिविकसित व अत्याधुनिक तकनीक वाले हथियारों के संचालन बाद भारत व अमेरिकी संयुक्त सैन्य युद्ध अभ्यास के तीसरे चरण में दोनों देशों के जांबाजों ने खतरनाक पहाडि़यों से उतर कर आतंकवादियों के ठिकानों तक पहुंचने का कठिन प्रशिक्षण लिया। इस दौरान रोप-वे के जरिये कई मीटर गहरी खाई को पार एक से दूसरे छोर पर मय हथियार पहुंचने का भी कड़ा अभ्यास किया। साथ ही जमीनी जंग के दौरान पहाड़ी मोर्चो पर फायरिंग कर काउंटर अटैक की बारीकियां भी साझा की गई।
चौबटिया सैन्य छावनी क्षेत्र में बुधवार को दुर्गम पहाडि़यों पर भारत व अमेरिकी सैनिकों ने संयुक्त रूप से अभ्यास किया। 'काउंटर इंसर्जेसी व काउंटर आतंकवाद' की थीम पर दोनों देशों के जांबाजों ने रस्सियों के सहारे खतरनाक पहाडि़यों से उतर कर दुश्मन के ठिकानों तक पहुंचने, ऑपरेशन को अंजाम देकर वापस चढ़ कर अपने सैन्य अड्डे तक पहुंचने की तकनीक साझा की। भारतीय थल सेना को जमीनी जंग के दौरान इस रणकौशल में महारत हासिल है, इसलिए अमेरिकी सैनिकों ने इस युद्धकला को करीब से जाना। सैन्य सूत्रों के मुताबिक पहाडि़यों से उतरने, चढ़ने व ऑपरेशन पूरा करने के बाद भारतीय व अमेरिकी सैनिकों ने अपने अनुभव साझा किए।
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यूएस आर्मी को पहाड़ की आबोहवा व सादा भोजन भाया
रानीखेत : तीसरे संयुक्त युद्ध अभ्यास में चौबटिया सैन्य छावनी में पहुंचे अमेरिकी जाबाजों को पहाड़ की आबोहवा खूब रास आ रही। खासतौर पर छावनी को घेरे चौड़ी पत्ती प्रजातियों के पेड़, झाडि़यों से लबरेज जंगल की शुद्ध हवा ताजगी भी दे रही। यही नहीं यूएस आर्मी के अधिकारी हों या सैनिक, भारतीय सादे भोजन व कच्चे सलाद के मुरीद हो रहे। प्राकृतिक सौंदर्य से लबरेज चौबटिया सैन्य छावनी से लगे वन क्षेत्र अमेरिकी सैनिकों को मुरीद कर गया है। वहीं भारतीय भोजन को भी अमेरिकी खूब पसंद कर रहे। अरहर की दाल, राइस व पनीर की डिश उन्हें खूब भा रही।