अल्मोड़ा में पौधारोपण कर ग्रामीणों को गिनाए फायदे
अल्मोड़ा में हरेला पखवाड़े के तहत धरा को हरा भरा करने के संकल्प के साथ जिले में पौधारोपण अभियान जारी है।
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : हरेला पखवाड़े के तहत धरा को हरा भरा करने के संकल्प के साथ जिले के विभिन्न स्थानों पर पौधारोपण अभियान जारी है। इसके तहत विभिन्न संगठनों व ग्रामीणों की ओर से वन क्षेत्रों में चौड़ी पत्ती वाले पौधों का रोपण किया जा रहा है। वहीं रोपित किए गए पौधों की सुरक्षा करने का संकल्प भी लिया जा रहा है। साथ ही आसपास के क्षेत्रों के ग्रामीणों को पौधारोपण करने के फायदे भी गिनाए जा रहे हैं।
राष्ट्रीय जनहित सेवा संस्थान की ओर से विकास खंड भैसियाछाना के ग्राम पंचायत दियारी के जंगलों में पौधारोपण किया। रोपित किए गए पौधों में बांज, बुरांश, उतीस, काफल, अकेशिया आदि शामिल हैं। पौधारोपण के बाद संस्थान के प्रकाश चंद्र तिवारी ने ग्रामीणों को पौधारोपण से होने वाले प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष लाभों की जानकारी दी। उन्होंने सभी को अपने-अपने घरों के आसपास पौधे लगाने के लिए प्रोत्साहित किया। इस मौके पर नीमा तिवारी, कमला जोशी, सुरेश बिनवाल, कमल जोशी, कमलेश तिवारी,चंदन बिनवाल, मनोज जोशी समेत अनेक ग्रामीण मौजूद रहे।
इधर मानस पब्लिक जूनियर हाईस्कूल की शिक्षकों तथा कल्पना कृति जन महिला जागृति समिति ने संयुक्त रूप से गंगनाथधाम परिसर में पौधारोपण किया। रोपित किए गए पौधों में देवदार, अमरूद, बांज, मोरपंखी, बुरांश, भीमल व आंवला शामिल हैं। पौधारोपण कार्यक्रम में कमल सिंह बिष्ट, वंदना भंडारी, मंजू बिष्ट, रंजना भंडारी, ज्योति सतवाल, दीपक कांत पांडे, अनीता नेगी, आरती बिष्ट, निधि अग्रवाल, उमा पूना आदि मौजूद रहे।
प्राकृतिक जल स्त्रोतों की सफाई कर रौपे पौधे
ब्लॉक मुख्यालय के आसपास स्थित प्राकृतिक जल स्त्रोतों की सफाई कर विभिन्न प्रजाति के पौधे रोपे गए। डा. जितेंद्र पपनौई के नेतृत्व में चले अभियान में प्राकृतिक जल स्त्रोतों की सफाई के बाद काफल,उतीस, नींबू आदि के पौधे रोप उनकी सुरक्षा का संकल्प लिया गया। समय-समय पर प्राकृतिक जल स्त्रोतों की सफाई का आह्वान भी किया गया। इस दौरान चारु चंद्र पाडे, कैलाश चंद्र बुधानी, प्रदीप पपनै, जीवन राम आदि मौजूद रहे।