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सत्यापन ने निकाला उपभोक्ताओं का पसीना

जागरण संवाददाता बागेश्वर राशन कार्ड का फिर से सत्यापन होने से उपभोक्ता परेशान हो गए है

By JagranEdited By: Published: Mon, 15 Jul 2019 10:43 PM (IST)Updated: Mon, 15 Jul 2019 10:43 PM (IST)
सत्यापन ने निकाला उपभोक्ताओं का पसीना
सत्यापन ने निकाला उपभोक्ताओं का पसीना

जागरण संवाददाता, बागेश्वर: राशन कार्ड का फिर से सत्यापन होने से उपभोक्ता परेशान हो गए हैं। बैंक खाता, आधार कार्ड आदि उन्हें सत्यापन के लिए सस्ता गल्ला बिक्रेता को देना है या फिर जिला पूíत विभाग में जमा कराने हैं। तभी उनकी सब्सिडी आदि उनके खातों में आ सकेगी। लेकिन पोस्ट आफिस में खुले गए खातों को सस्ता गल्ला विक्रेताओं ने लेने से इंकार कर दिया है। जिससे उपभोक्ताओं की दिक्कतें बढ़ गई हैं। बैंकों में खाता खुलवाने के लिए उन्हें कई किमी दूर जिला मुख्यालय आना पड़ रहा है। गांव गरीब महिला उत्थान मंच ने इसका विरोध किया है और पोस्ट आफिस के खातों को भी मान्य करने की मांग तेज कर दी है।

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जिले में 66 हजार राशनकार्ड धारक हैं। जिसमें 90 प्रतिशत आधार से जुड़ गए हैं, लेकिन दस प्रतिशत के पास आधार नहीं होने से उनकी दिक्कतें बढ़ गई हैं। यदि उनके आधार नहीं बने तो उन्हें राशन मिल पाना संभव नहीं होगा। वहीं सब्सिडी के लिए राशनकार्ड धारकों को बैंक पासबुक का नंबर भी जिला पूíत विभाग को उपलब्ध करना है। करीब 75 प्रतिशत उपभोक्ताओं ने बैंक पासबुक विभाग को दे दिए हैं। 25 प्रतिशत उपभोक्ता ऐसे हैं जिनके खाते डाकखाने में हैं। डाकघर के खातों को लेने से जिला पूíत विभाग ने फिलहाल इंकार कर दिया है। जिससे ऐसे उपभोक्ताओं की सब्सिडी उनके खातों तक नहीं पहुंच सकती है।

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शहर में हैं राष्ट्रीयकृत बैंक

गांव महिला उत्थान मंच के संस्थापक विशन सिंह टगड़िया ने कहा कि उनकी मां राधिक देवी की उम्र 92 साल है और वह परिवार की मुखिया है। राशनकार्ड भी उनके नाम पर है। उनका खाता डाकघर में है, लेकिन उसे जिला पूíत विभाग नहीं ले रहा है। इसके अलावा ऐसे ही नारायणी देवी, आनंदी देवी, भुवन चंद्र, नारायण दत्त समेत कपकोट के सुदूरवर्ती गांवों के उपभोक्ताओं के हाल हैं। यहां बैंक आने के लिए कई किमी पैदल चलना होता है। तहसील या फिर जिला मुख्यालय में ही राष्ट्रीयकृत बैंक हैं।

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राशनकार्ड सत्यापन का कार्य जारी है। जिनके पास राष्ट्रीयकृत बैंकों में खाता नहीं है, वे सिर्फ आधारकार्ड जमा कर सकते हैं। ताकि उनके राशनकार्ड का सत्यापन हो सकेगा। सब्सिडी के लिए सिर्फ राष्ट्रीयकृत बैंकों का ही खाता लिया जाना है।

-अरुण कुमार वर्मा, जिला पूíत अधिकारी बागेश्वर


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