पदोन्नति में सुनवाई न होने पर पहुंचे चितई दरबार
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा: हड़ताल एवं अकारण रोकी गई पदोन्नति के मामलों में जवाबदेही तय कि
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा: हड़ताल एवं अकारण रोकी गई पदोन्नति के मामलों में जवाबदेही तय किये जाने जैसी प्रमुख मांग पर प्रदेश सरकार के स्तर से कोई सुनवाई नहीं होने से नाराज काíमकों ने न्याय देवता गोल्च्यू के दरबार में जाकर गुहार लगाई। साथ ही डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री व वित्तमंत्री सहित प्रमुख सचिव को ज्ञापन भेजा।
तय कार्यक्रम के अनुसार मंच से जुड़े काíमकों ने अपरांन्ह 1 बजे चौघानपाटा स्थित गाँधी पार्क में आम सभा की।सभा के बाद घिरे हैं हम सवाल से,हमें जवाब चाहिए जैसे जन गीत गाते हुए चितई मंदिर गए।
मंच के मुख्य संयोजक रमेश चंद्र पांडे ने बताया कि सभी समस्याओं के निस्तारण की जिम्मेदारी कार्यपालिका की है। लेकिन कार्यपालिका का हड़तालों के प्रति मूकदर्शक रहना दुर्भाग्यपूर्ण रहा है। नती•ातन आये दिन की हड़तालों से राज्य के विकास में पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभावों को ²ष्टिगत रखते हुए न्यायालय द्वारा स्वत: संज्ञान लिया जाना स्वागतयोग्य है। उन्होंने अब तक के हड़तालों की समीक्षा किये जाने पर बल देते हुए कहा कि संवाद शून्यता एवं वादा खिलाफी हड़ताल के प्रमुख कारण रहे हैं। मंच के सह संयोजक श्याम ¨सह रावत,उत्तराखंड अधिकारी कर्मचारी समन्वय मंच के मुख्य संयोजक पुष्कर ¨सह भैसोड़ा,नगरपालिका कर्मचारी संघ के अध्यक्ष भूपेंद्र जोशी उत्तराखंड लेखा परीक्षा सेवा संघ के हेम त्रिपाठी ने कहा कि सरकार द्वारा काíमकों की पदोन्नति के मामलों में समयबद्ध व्यस्था तो बनी लेकिन इस पर अमल नहीं किया गया। इस व्यवस्था को नजरअंदाज करते हुए बिना वजह वर्षो से पदोन्नति के मामलों को लंबित रखने वाले अफसरों के विरुद्ध प्रतिकूल कार्यवाई का प्रावधान नहीं किये जाने के कारण काíमको को पद खाली होने के बावजूद बगैर पदोन्नति के रिटायर होना पड़ रहा है। कार्यक्रम में मुकेश भंडारी,राजू पांडे गिरीश बसौला, राजेंद्र बिष्ट,पुष्कर ¨सह,दिनेश दुर्गापाल,नंदन ¨सह,नरेंद्र जीना,नारायण ¨सह रावत,मनोज तिवारी,इंद्र ¨सह आदि मौजूद रहे।