उम्मीदवार सात, लेकिन बैलेट पर सिर्फ चार निशान
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : त्रिस्तरीय पंचायत के पहले चरण के चुनाव में हवालबाग ब्लॉक के धामस जिला पंचायत
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : त्रिस्तरीय पंचायत के पहले चरण के चुनाव में हवालबाग ब्लॉक के धामस जिला पंचायत सीट के सैनार बूथ पर मतदान के दौरान गड़बड़ी पाए जाने से यहां कुछ घंटों तक मतदान रोकना पड़ा। यहां जिला पंचायत सीट पर सात उम्मीदवार मैदान में थे, लेकिन चुनाव के बैलेट पेपर पर महज चार निशान प्रकाशित किए गए थे। उम्मीदवारों को एजेंटों के माध्यम से इसका पता चला हो यहां हड़कंप मच गया। आनन फानन में इसकी जानकारी अधिकारियों को दी गई।
धामस जिला पंचायत के सैनार बूथ पर सुबह आठ बजे से मतदान शुरू हो गया था। करीब अस्सी वोट पड़ने के बाद एजेंटों की नजर बैलेट पेपर पर पड़ी तो उसमें सात की जगह सिर्फ चार चुनाव निशान अंकित थे। सूचना मिलने के बाद उम्मीदवारों ने यहां हंगामा शुरू कर दिया। निर्वाचन से जुड़े अधिकारियों को इसकी जानकारी मिली तो एसडीएम सीमा विश्वकर्मा और हवालबाग के खंड विकास अधिकारी मौके की ओर रवाना हुए। अधिकारी सैनार बूथ पर पहुंचे तो उम्मीदवारों व एजेंटों की शिकायत की पुष्टि हुई। जांच के दौरान पता चला कि अल्मोड़ा की खत्याड़ी ग्राम सभा के बैलेट पेपर गलती से धामस सीट के सैनार बूथ पहुंच गए। आनन फानन में सैनार के लिए बैलेट पेपरों की व्यवस्था की गई। तब जाकर करीब एक डेढ़ घंटे के बाद मतदान शुरू हो सका। चुनाव अधिकारियों ने बताया कि जिन लोगों द्वारा पहले मत दिया जा चुका था उन्हें दोबारा मत देने की अनुमति दी गई है।
===========
सैनार बूथ पर बैलेट पेपर बदलने के कारण मतदान प्रक्रिया कुछ देर के लिए बाधित हुई थी। मौके पर पहुंचने के बाद बैलेट की व्यवस्था कर मतदान शुरू कराया गया है। इस मामले की सूचना निर्वाचन आयोग को देने के बाद अनुमति ली गई है। गलती के लिए बैलेट पेपर की पैकिग करने वाले काíमक व पीठासीन अधिकारी जिम्मेदार हैं। जिनका बाद में स्पष्टीकरण लिया जाएगा।
- सीमा विश्वकर्मा, एसडीएम सदर, अल्मोड़ा
===========
क्षेत्र बदला तो सकते में मतदाता और उम्मीदवार
अल्मोड़ा: लमगड़ा विकास खंड में एक मतदान केंद्र को दूसरे जिला पंचायत क्षेत्र में मिलाने की सूचना से मतदाताओं और उम्मीदवारों में हड़कंप मच गया। विकास खंड का जाख तिवारी बूथ पूर्व के चुनावों में जिला पंचायत क्षेत्र धूरासंग्रोली के अंतर्गत आता था। जिस कारण यहां से चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों ने यहां अपना प्रचार भी किया। लेकिन पांच अक्टूबर को मतदाताओं और उम्मीदवारों को मतदान शुरू होने पर पता चला कि इस क्षेत्र को अब डोल जिला पंचायत सीट से जोड़ दिया गया है। जानकारी मिलने के बाद भाजपा के जिलाध्यक्ष गोविद पिलख्वाल ने जिला निर्वाचन अधिकारी से इस क्षेत्र को पूर्ववत रखने और यहां दोबारा मतदान कराने की मांग की है।