बीएसएनएल की सेवाएं ठप, शोपीस बने उपकरण
संवाद सहयोगी द्वाराहाट संविदाकर्मियों को निकाल दिए जाने के बाद बीएसएनएल को दोहरे गुस्से का
संवाद सहयोगी, द्वाराहाट : संविदाकर्मियों को निकाल दिए जाने के बाद बीएसएनएल को दोहरे गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। एक ओर संचार सेवाएं भंग होने के कारण उपभोक्ता गुस्से में हैं। वहीं दूसरी तरफ काम से हटाए गए कर्मी पुनर्बहाली को लेकर अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। कर्मियों की कमी के कारण विभिन्न सरकारी संस्थाओं के ब्रॉडबैंड, लैंडलाइन फोन व इंटरनेट सेवाएं बाधित होने के कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
केंद्र सरकार का उपक्रम भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) वर्तमान में संकट के दौर से गुजर रहा है। इसकी सारी सेवाएं बाधित चल रही हैं। ब्रॉडबैंड सेवा खराब होने के कारण कई बैंक शाखाएं, ब्लॉक कार्यालय, पोस्ट ऑफिस जैसे सरकारी कार्यालय ठीक से काम नहीं कर पा रहे हैं। बीएसएनएल कार्यालय में दिन की कई शिकायतें पहुंच रही हैं, लेकिन कर्मचारी न होने से उनका समाधान नही हो पा रहा है। जिस कारण उपभोक्ताओं व आमजन में रोष व्याप्त है। विभाग अन्य क्षेत्रों से स्थाई कर्मचारियों को बुलाकर समस्या का समाधान करने का प्रयास तो कर रहा। मगर स्थाई कर्मचारी बेहद कम होने के कारण समस्याओं का समाधान होना तो दूर, उनमें लगातार इजाफा होता जा रहा है।
उधर विगत 25 वषरें से कार्यरत संविदा कर्मियों को निकाल दिए जाने पर उनमें भी गुस्सा है। बुधवार को आयोजित एक बैठक में संविदा कर्मियों ने बीएसएनएल पर अपना गुबार निकाला। कहा कि उन कर्मियों के सम्मुख आर्थिक संकट पैदा हो गया है। जिस कारण परिवार के भरण पोषण व बच्चों की फीस के भी लाले पड़ चुके हैं। उन्होंने शीघ्र बहाली नहीं किए जाने पर आदोलन की चेतावनी दी है। मौके पर मुकेश भट्ट, खीम सिंह, जीवन सिंह, गणेश खुल्बे, जगदीश जलाल, खजान जोशी, जगदीश भट्ट, सुंदर सिंह, राजेंद्र सिंह, केशर सिंह आदि मौजूद रहे।
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एक्सचेंज का कार्ड खराब हो जाने के कारण समस्या हुई है। संविदा कर्मी हटा दिए जाने के कारण चौखुटिया व अन्य एक्सचेंजों में कार्यरत स्थायी कर्मचारियों को बुलाकर परेशानी दूर करने का प्रयास किया जा रहा है
- हरीश चंद्र तिवारी, अवर दूर संचार अधिकारी।