बीएसएनएल कर्मचारियों ने दूसरे दिन भी की नारेबाजी
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : संचार सेवाओं के निजीकरण और अन्य अनेक मांगों को लेकर भारत संच
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : संचार सेवाओं के निजीकरण और अन्य अनेक मांगों को लेकर भारत संचार निगम के कर्मचारियों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। कर्मचारियों ने हड़ताल के चलते अब संचार सेवाएं भी प्रभावित होने लगी हैं। कर्मचारियों ने कहा है कि अगर उनकी मांग पर कार्रवाई नहीं की गई तो भविष्य में उग्र आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी।
मंगलवार को भी बीएसएनएल के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर महाप्रबंधक कार्यालय में धरने पर बैठे। धरना सभा को संबोधित करते हुए एसडीओ संदीप सूठा ने कहा कि सबसे पुरानी संचार कंपनी होने के बाद भी अभी तक बीएसएनएल को फोर जी स्पेक्ट्रम आवंटित नहीं किया गया है। जिस कारण वह निजी कंपनियों से लगातार पिछड़ता जा रहा है। इसके अलावा निगम की संपत्ति के स्थानांतरण की प्रक्रिया, बीएसएनएल को सरकार द्वारा बैंक लोन दिए जाने की सुविधा, कर्मचारियों को तीसरे वेतनमान का लाभ दिए जाने, टावरों की मरम्मत के लिए ठेकेदारी प्रथा बंद किए जाने, द्वितीय वेतनमान से संबंधित विसंगतियों को दूर करने समेत अन्य अनेक मांगे भी अधर में लटकी हुई है। कर्मचारियों ने कहा है कि जब तक केंद्र सरकार उनकी मांगों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाएगी। तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। मंगलवार को धरना सभा में जीएस कार्की, दामोदर जोशी, गंगा राम, पीसी बिनवाल, शंकर सिंह अधिकारी, दीपा जोशी, अनीता जोशी, मुन्नी भट्ट, भगवती देवी, मुन्नी देवी, पुष्पा, डीके लोहनी, पीडी त्यागी, सीसी रजवार, एससी तिवारी, चंद्रशेखर काडपाल, अनीता जोशी, संदीप सूढ़ा, जीसी तिवारी, विकास मेहरा, एमसी पांडे, मनीष पंत समेत अनेक लोग मौजूद रहे।