Move to Jagran APP

रानीखेत चिकित्सालय में लगी एक और अल्ट्रासाउंड मशीन

सुदूर क्षेत्रों से अल्ट्रासाउंड के लिए उपमंडल मुख्यालय पहुंचने वालों के लिए सुकून देने वाली खबर है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 25 Jun 2022 06:23 PM (IST)Updated: Sat, 25 Jun 2022 06:23 PM (IST)
रानीखेत चिकित्सालय में लगी एक और अल्ट्रासाउंड मशीन
रानीखेत चिकित्सालय में लगी एक और अल्ट्रासाउंड मशीन

रानीखेत चिकित्सालय में लगी एक और अल्ट्रासाउंड मशीन

loksabha election banner

:::पाजिटिव न्यूज:::

= घंटों लाइन में खड़े रहने का झंझट होगा खत्म, एक रेडियोलाजिस्ट पर दबाव भी घटेगा

= उपमंडल के सबसे बड़े नागरिक अस्पताल में सोमवार से काम करेंगी दो मशीनें

संस, रानीखेत : सुदूर क्षेत्रों से अल्ट्रासाउंड के लिए उपमंडल मुख्यालय पहुंचने वालों के लिए सुकून देने वाली खबर है। गोविंद सिंह माहरा नागरिक चिकित्सालय में सोमवार से एक और अल्ट्रासाउंड मशीन काम शुरू कर देगी। इससे रेडियोलाजिस्ट पर दबाव कम होगा, वहीं मरीजों का भी समय बचेगा। दूसरी मशीन चालू होने से गर्भवती महिलाओं व गंभीर रोगियों की जांच त्वरित गति से की जा सकेगी।

उपमंडल के सबसे बड़े नागरिक चिकित्सालय में अब तक अल्ट्रासाउंड मशीन के बूते विभिन्न विकासखंडों के रोगियों की जांच की जा रही है। चिकित्सालय में जहां ओपीडी का आंकड़ा 300 के पार पहुंच गया है। वहीं अल्ट्रासाउंड के लिए भी रोजाना लंबी कतार रहती है। यहां प्रतिदिन 40 के आसपास रोगियों की जांच की जा रही है। इसके लिए दूरदराज से पहुंचे रोगियों को घंटों इंतजार भी करना पड़ता है। हालांकि गर्भवती महिलाओं को आम मरीजों की तुलना में ज्यादा प्राथमिकता दी जाती है। इधर बढ़ते दबाव व समय पर रोगियों की जांच के उद्देश्य से नागरिक चिकित्सालय में एक और अल्ट्रासाउंड मशीन संचालित की जाएगी। अनुबंध पर तैनाती पर भेजे गए सेवानिवृत्त सीएमएस डा. डीएस नेई इस मशीन का संचालन करेंगे।

गढ़वाल क्षेत्र के लोग भी निर्भर

चौखुटिया ब्लाक पांडुवाखाल मेहलचौरी क्षेत्र से लगे चमोली जनपद के गांवों के लोग भी नागरिक चिकित्सालय पर ही निर्भर हैं। ऐसे में यहां अतिरिक्त अल्ट्रासाउंड मशीन की जरूरत अरसे से महसूस की जा रही थी। नई मशीन से जांच शुरू होने से लोगों को खासी राहत मिलेगी।

नई अल्ट्रासाउंड मशीन से रोगियों की जांच सोमवार से शुरू कर दी जाएगी। इससे दबाव काफी कम हो जाएगा। दूसरी मशीन प्रथम तल पर ही फिजियोथैरेपी वाले कक्ष में स्थापित की गई है। इससे समय बचेगा और कोई भी जरूरतमंद जांच से वंचित नहीं रहेगा।

- डा. केके पांडे, प्रमुख चिकित्साधीक्षकÓ


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.