पांडवखोली में गुफा का पुनर्निर्माण न होने पर गुस्सा
संवाद सहयोगी, द्वाराहाट : पाडवखोली गुफा स्थित संत मृणालकात भट्टाचार्य की तोड़ी गई शिला, हवनकुं
संवाद सहयोगी, द्वाराहाट : पाडवखोली गुफा स्थित संत मृणालकात भट्टाचार्य की तोड़ी गई शिला, हवनकुंड व कुटिया का निर्माण अब तक शुरू न होने से जनाक्रोश फिर भड़कने लगा है। ग्रामीणों ने योगदा आश्रम सोसायटी पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए धरोहरों का जल्द पुनर्निर्माण न किए जाने पर 20 अगस्त से आदोलन की चेतावनी दी है।
बताते चलें कि बीती जुलाई को पाडवखोली गुफा के इर्दगिर्द सफाई व पौधरोपण के नाम पर योगदा आश्रम के सदस्यों ने संत मृणालकात भट्टाचार्य की शिला, हवनकुंड तथा कुटिया क्षतिग्रस्त कर दी थी। चूंकि मृणालकात से जुड़ी शिला आदि पर लोगों की बड़ी आस्था है लिहाजा स्मृतियां खंडित किए जाने पर दूनागिरि क्षेत्र की चारों ग्राम पंचायतों में आक्रोश भड़क गया था। ग्रामीणों ने संस्था के खिलाफ गुफा के नजदीक धरना दे आदोलन शुरू कर दिया था।
14 जुलाई को एसडीएम रजा अब्बास की मध्यस्थता में ग्रामीणों तथा योगदा आश्रम सोसायटी के मध्य समझौता हुआ। इसके तहत तोड़े गए स्थलों का योगदा आश्रम की ओर से पुनर्निर्माण पर सहमति बनी। मगर अब तक कार्य शुरू न होने पर लोगों में गुस्सा फिर बढ़ रहा है। बुधवार को क्षेत्रवासी तहसील मुख्यालय पहुंचे। कहा कि संत मृणालकात भट्टाचार्य की शिला, हवनकुंड व कुटिया का पुनर्निर्माण शीघ्र न किया गया, तो 20 अगस्त से योगदा आश्रम के खिलाफ पुन: आदोलन किया जाएगा। ज्ञापन देने वालों में ग्राम प्रधान रतखाल सुरेश चंद्र शर्मा, जीवन सिंह, नंदन सिंह, वीरेंद्र सिंह, नंद राम, लाल सिंह बिष्ट, आनंद सिंह बिष्ट आदि शामिल रहे।